सैनिकों ने 70 फीसदी तक सीमा पर रोकी घुसपैठ, घाटी में 217 सक्रिय आतंकवादी
punjabkesari.in Sunday, Jan 17, 2021 - 02:44 PM (IST)
नेशनल डेस्क: सेना के शीर्ष कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने बताया कि घाटी में इस वक्त 217 आतंकवादी हैं जोकि बीते दशक में सबसे कम है। 2020 में आतंकवादियों की भर्ती काफी हद तक नियंत्रण में थी, खासकर 2018 की तुलना में। वहीं, इस साल हम पिछले साल की तुलना में सीमा पर घुसपैठ को 70 फीसदी कम करने में कामयाब हुए हैं। एलएसी के साथ क्षेत्र के लिए जिम्मेदार अधिकारियों ने स्थिति के पर्याप्त खुलासे किए हैं। एलओसी पर, हम पूर्ण नियंत्रण में रहते हैं और किसी भी नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाता है।
This year we've been able to reduce infiltration by over 70% in comparison to last year. Officers responsible for the area along LAC, have made adequate disclosures of the situation. On the LoC, we remain in full control & are prepared for all contingencies: Lt Gen BS Raju pic.twitter.com/EfApTvUkiF
— ANI (@ANI) January 17, 2021
उन्होंने कहा कि ड्रोन और सुरंगों के माध्यम से हथियार और ड्रग्स भेजने की पाकिस्तान की साजिश निश्चित रूप से एक चुनौती है। इससे निपटने के लिए हम सुरंगों का पता लगाने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं। वहीं, उन्होंने बताया कि जब हमें किसी आतंकवादी का कहीं फंसे होने की जानकारी मिलती है, तो हम उन्हें विशेष रूप से स्थानीय होने पर आत्मसमर्पण करने के लिए कहते हैं। उनकी पहचान होने पर हम उनके परिवार वालों को बुलाते हैं। जब सभी प्रयास विफल हो जाते हैं तो हम उन्हें मारते हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले छह महीनों में आतंकवाद में शामिल होने वाले 17 युवा मुख्यधारा में वापस लौटे हैं। मुठभेड़ों के बारे में जानकारी देते हुए जनरल बीएस राजू ने बताया कि प्रत्येक 20-25 तलाशी अभियानों के दौरान आतंकवादियों के साथ संपर्क स्थापित होता है। तलाशी अभियान के दौरान हमारा एक ही मकसद होता है कि स्थानीय लोगों को कम से कम असुविधा हो। हमारे सैनिकों को स्थानीय संस्कृति और धार्मिक संवेदनशीलता का सम्मान करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।