कोरोना योद्धा तक प्लाज्मा पहुंचाने के लिए 8 घंटे से भी कम समय में तय किया 450km का सफर

punjabkesari.in Sunday, Aug 09, 2020 - 01:03 PM (IST)

नेशनल डेस्कः असम के युवकों ने COVID-19 योद्धा की जान बचाने के लिए  450 किमी की दूरी 8 घंटे से भी कम समय में तय की। हर कोई इन युवकों की सराहना कर रहा है। युवकों ने एक रिले रेस की तरह तेज स्पीड में अपनी कारों का भगाया और एक-दूसरे तक आइस बॉक्स में ब्लड प्लाज्मा सौंपते हुए गुवाहाटी से डिब्रूगढ़ तक 450 किमी की दूरी 8 घंटे से भी कम समय में तय की। दरअसल शुक्रवार देर शाम को डिब्रूगढ़ स्थित डॉक्टर और सामाजिक कार्यकर्त्ता भास्कर पापुकन गोगोई को असम मेडिकल कॉलेज अस्पताल (AMCH) में एक स्टाफ नर्स बिजुरानी गोगोई के लिए ब्लड प्लाज्मा की जल्द जरूरत के लिए कॉल आया। नर्स ड्यूटी के दौरान कोरोन वायरस से संक्रमित हुईं थी। वह मौत और जिंदगी के बीच जूझ रही थी।

 

AMCH में प्लाज्मा बैंक खाली हो गया था और जोरहाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल (JMCH) के पास भी स्टॉक नहीं था। ऐसे में डॉ गोगोई ने बताया कि उनके पास कॉल आई की क्या प्लाज्मा की एक यूनिट मिल सकती है। डॉ गोगोई ने हमारे पास प्लाज्मा तो था लेकिन उसे मरीज तक पहुंचाया कैसे जाए यह सबसे बड़ी बात थी। ऐसा में डॉ गोगोई ने मारवाड़ी युवा मंच (एमवाईएम) की डिब्रूगढ़ इकाई से संपर्क किया जो एक युवा स्वयंसेवी संगठन है। MYM के पूर्वोत्तर महासचिव राहुल अग्रवाल ने बताया कि हमें रात करीब 9 बजे सूचित किया गया कि प्लाज्मा डिब्रूगढ़ पहुंचाना है। यह मुश्किल था लेकिन हमने इसकी जिम्मेदारी ली।

 

ऐसे पहुंचा गुवाहाटी से डिब्रूगढ़ प्लाज्मा
राहुल ने बताया कि असम में एक जिले से दूसरे में आने-जाने पर पाबंदी है और हर दिन शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे के बीच कर्फ्यू होता है। ऐसे में हमने अपने  MYM के सभी साथियों से संपर्क किया और फैसला लिया गया कि हर जिले में एक मैंबर प्लाज्मा को अपनी जिला सीमा तक ले जाएगा और अगली जिला मैंबर तक पहुंचाएगा जो उनका पहले से इंतजार कर रहा होगा। ऐसे एक के बाद दूसरे तक प्लाज्मा पहुंचा और कोरोना मरीज को प्लाज्मा उपलब्ध कराया गया। राहुल ने कहा कि जितना सुनने में आसान लग रहा उतना यह आसान नहीं था। पुलिस ने कई जगह हमारी टीमों को रोका भी, साथ ही भारी बारिश का भी सामना करना पड़ा। रातभर कोई नहीं सोया, सब टीमों को ट्रैक कर रहे थे। हमने पहले कभी ऐसे मिशन को अंजाम नहीं दिया था। हम डर भी रहे थे कि देर न हो जाए लेकिन खुशी है कि समय से प्लाज्मा मरीज तक पहुंच गया। वहीं डॉ गोगोई ने कहा कि यह एक रात थी जिसे मैं अपने जीवन में कभी नहीं भूलूंगा। मरीज को शनिवार को प्लाज्मा दिया गया।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Seema Sharma

Recommended News

Related News