बीजिंग ओलंपिक के बहिष्कार की मांग को लेकर धर्मशाला पहुंची तिब्बतियों की बाइक रैली

punjabkesari.in Sunday, Jan 09, 2022 - 05:29 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के विरोध में  निकाली जा रही  तिब्बती बाइक रैली शनिवार को भारी बारिश और भीषण ठंड के बीच  धर्मशाला पहुंची । बेंगलुरु से शुरू हुई इस रैली में 14 तिब्बती युवा कार्यकर्ता सात बाइक के साथ हिस्सा ले रहे हैं।इससे पहले 10 दिसंबर को, क्षेत्रीय तिब्बती युवा कांग्रेस (RTYC)  दिल्ली ने मानवाधिकारों के उल्लंघन पर बीजिंग 2022 ओलंपिक के बहिष्कार का बहिष्कार करने के लिए बैंगलोर से दिल्ली तक अपनी क्रॉस कंट्री बाइक रैली की शुरुआत की।

 

रैली कार्यकर्ताओं ने बताया  10 दिसंबर, 2021  बैंगलोर से शुरू हुई इस रैली को वे  दिल्ली में समाप्त कर रहे हैं। बाइक रैली के आयोजक व क्षेत्रीय तिब्बती युवा कांग्रेस दिल्ली के महासचिव  तेनज़िन ने कहा  कि वे बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के विरोध के संदेश के साथ दस अलग-अलग राज्यों और 40 अलग-अलग जगहों को कवर कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि न केवल भारत सरकार बल्कि पूरी दुनिया इस बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक का बहिष्कार करे । तेनज़िन ने बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक को "नरसंहार का खेल" करार दिया।

 

तेनज़िन ने कहा कि "यह सिर्फ ओलंपिक खेल नहीं है, यह नरसंहार का खेल है। तिब्बत में क्या हो रहा है, उइगरों के साथ क्या हो रहा है, यह कल्पना से परे है इसलिए हम भारत सरकार और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी  से इस बीजिंग ओलंपिक का बहिष्कार करने और जो सही है उसे करने का अनुरोध करते हैं । तिब्बती युवा कांग्रेस के सचिव सोनम त्सेरिंग ने कहा, "ओलंपिक खेल खिलाड़ी के लिए प्रेम भावना और शांति साझा करने के लिए गौरव और अवसर का खेल है, लेकिन इस बार इसकी मेजबानी चीन कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) द्वारा की जा रही है, जो लाखों तिब्बतियों और अन्य  उइगरों की मौत इसके लिए जिम्मेदार है।

 

त्सेरिंग ने  कहा कि तिब्बत में निरंतर घोर मानवाधिकार उल्लंघन के लिए बीजिंग जिम्मेदार है, इसलिए तिब्बत में मानवाधिकारों के इस घोर उल्लंघन के विरोध में उन्होंने इस अभियान का आयोजन किया है और आज तीस दिनों के बाद वे यहां मैकलियोड गंज पहुंचे हैं 


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Content Writer

Tanuja

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