हंगामे के बीच राज्यसभा में पास हुए तीन विधेयक, सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित

punjabkesari.in Wednesday, Aug 04, 2021 - 05:51 PM (IST)

नई दिल्लीः पेगासस जासूसी विवाद, तीन कृषि कानून, मंहगाई सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की मांग पर अड़े विपक्षी सदस्यों का राज्यसभा में हंगामा बुधवार को भी जारी रहा जिसकी वजह से उच्च सदन की बैठक दो बार के स्थगन के बाद अपराह्न तीन बज कर पंद्रह मिनट पर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। हालांकि हंगामे के बीच तीन विधेयकों को भी संक्षिप्त चर्चा के बाद ध्वनिमत से पारित किया गया।

एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे बैठक शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच ही सीमित दायित्व भागीदारी संशोधन विधेयक 2021 तथा निक्षेप बीमा और प्रत्यय गारंटी निगम (संशोधन) विधेयक 2021 को संक्षिप्त चर्चा के बाद ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। इसके बाद नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय विमानपत्तन आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक, 2021 चर्चा करने एवं पारित करने के लिए सदन में पेश किया। लोकसभा में यह विधेयक 29 जुलाई को पारित हो चुका है।

इस बीच, उप सभापति हरिवंश ने आसन के समक्ष आ कर नारे लगा रहे एवं तख्तियां लिए विपक्षी सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभापति स्पष्ट व्यवस्था दे चुके हैं। हरिवंश ने कहा कि सदस्य ऐसा आचरण कदापि न करें जो नियम के विपरीत जाए। उन्होंने सदस्यों को आगाह करते हुए कहा कि मोबाइल फोन से कार्यवाही की रिकॉडिंग न करें क्योंकि यह राज्यसभा के नियमों के खिलाफ है। सदन में व्यवस्था बनते न देख उपसभापति ने बैठक दो बज कर करीब 41 मिनट पर पंद्रह मिनट के लिए स्थगित कर दी।

उच्च सदन की बैठक जब 15 मिनट बाद पुन: आरंभ हुई तब हंगामे के बीच ही भारतीय विमानपत्तन आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक, 2021 पर संक्षिप्त चर्चा हुई और नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्स सिंधिया के जवाब के बाद विधेयक को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी गई। विधेयक पारित होने के बाद उपसभापति ने अपराह्न तीन बजकर करीब 15 मिनट पर बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।

इससे पहले, पूर्वाह्न 11 बजे बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने बताया कि समाजवादी पार्टी के रामगोपाल वर्मा और विश्वंभर प्रसाद निषाद तथा माकपा के डॉक्टर वी शिवदासन की ओर से नियम 267 के तहत किसान आंदोलन के मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस मिले हैं। उन्होंने इस मुद्दे को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इस पर अन्य नियम के तहत चर्चा की अनुमति दी जाती है।

सभापति ने कहा कि कुछ अन्य सदस्यों की ओर से भी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत नोटिस मिले हैं जिन्हें स्वीकार नहीं किया गया है। नायडू के इतना कहते ही कुछ विपक्षी दलों के सदस्य आसन के समक्ष आ गए और अपने अपने मुद्दों पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा करने लगे। सभापति ने सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और कार्यवाही चलने देने की अपील की। सदन में व्यवस्था बनते न देख उन्होंने 11 बज कर करीब 15 मिनट पर बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।


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Content Writer

Yaspal

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