कोरोना संकट पर DMA ने जताई चिंता, दिल्ली में दो हफ्ते में हालात हो सकते हैं कंट्रोल से बाहर

punjabkesari.in Friday, Jun 05, 2020 - 10:00 AM (IST)

नई दिल्ली/डेस्क। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है। संक्रमितों की बढ़ती संख्या के कारण अस्पतालों पर भी काम का दबाव बढ़ने लगा है। ऐसे में दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बिगड़ती स्थिति के बारे में चेताया है। उन्होंने सीएम केजरीवाल को एक पत्र लिखा है जिसमें आशंका जाहिर की गई है कि अगर 2 स्पताह में हालात नहीं सुधरे तो स्थिति कंट्रोल के बाहर हो सकती है। 

एसोसिशन ने अपने पत्र में सीएम केजरीवाल को कहा है कि वो कोरोना जांच कराने को लेकर अपना सुझाव स्पष्ट करें। किस लैब में कोरोना के सैंपल भेजे जाएं? इसके साथ ही एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर बीबी वाधवा ने लिखा है कि दिल्ली में कोरोना जांच की क्षमता को बढ़ाना होगा। इसके लिए लैब की संख्या भी बढ़ाई जानी चाहिए। 

 

नॉन कोविड वार्ड में भी संक्रमण से बचाव की जरूरत
वहीं पत्र में ये भी लिखा गया है कि नॉन कोविड वार्ड में भी संक्रमण से बचाव के लिए काम करना होगा। सर्जरी से पहले कोरोना टेस्ट अनिवार्य करना होगा। इसके साथ ही बड़े स्तर पर एक जागरूकता अभियान चलाना होगा जिसमें लोगों को मास्क पहनने, हाथ धोने और सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने की सलाह देनी होगी। मेडिकल एसोसिशन की ओर से कोरोना के इस महासंकट में हर स्थिति में सरकार का साथ देने का भरोसा भी दिलाया गया है। 

 

निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए व्यवस्था
दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार लगातार बेड्स की संख्या बढ़ाने का काम कर रही है। सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ कई प्रवाइवेट अस्पतालों को भी पूरी तरह से कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों में बदला जा रहा है। अब तक तीन निजी अस्पतालों मूलचंद खैराती लाल हॉस्पिटल, सरोज सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, सर गंगाराम अस्पताल को कोविड डेडिकेटेड अस्पताल बनाया गया है। इसके साथ ही सभी प्राइवेट अस्पतालों को 20 प्रतिशत बेड्स कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व करने को कहा गया है। 


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Edited By

Murari Sharan

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