इन 29 महिलाओं को राष्ट्रपति कोविंद ने 'नारी शक्ति पुरस्कार' से नवाजा, हर एक की कहानी है प्रेरणादायक
punjabkesari.in Tuesday, Mar 08, 2022 - 08:12 PM (IST)
नेशनल डेस्क: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मंगलवार को महिलाओं के सशक्तीकरण में उत्कृष्ट योगदान देने वाली 29 महिलाओं को 2020 और 2021 के लिये नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किए। राष्ट्रपति ने महिलाओं के सशक्तीकरण के लिये उत्कृष्ट सेवाएं देने वाली 29 महिलाओं को 28 पुरस्कार प्रदान किये। इनमें 2020 के लिये 14 पुरस्कार और 2021 के लिये 14 पुरस्कार शामिल हैं। गौरतलब है कि ‘नारी शक्ति पुरस्कार' व्यक्तियों और संस्थानों द्वारा किये जाने वाले उल्लेखनीय योगदान के लिए मान्यता स्वरूप महिला और बाल विकास मंत्रालय की पहल के तहत प्रदान किये जाते हैं। कोविड-19 महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण 2020 का पुरस्कार समारोह 2021 में आयोजित नहीं हो पाया था।
President Ram Nath Kovind confers 'Nari Shakti Puruskar' to women from various fields earlier today on the occasion of International Women's Day pic.twitter.com/8eQpwRlaJo
— ANI (@ANI) March 8, 2022
वर्ष 2020 के लिये नारी शक्ति पुरस्कार विजेताओं में उद्यमशीलता, कृषि, नवोन्मेष, सामाजिक कार्य, कला, दस्तकारी, एसटीईएमएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, चिकित्सा और गणित) तथा वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र में काम करने वाली महिलाएं शामिल हैं। वर्ष 2021 के लिये नारी शक्ति पुरस्कार विजेताओं में भाषा-विज्ञान, उद्यमशीलता, कृषि, सामाजिक कार्य, कला, दस्तकारी, मर्चेंट नेवी, एसटीईएमएम, शिक्षा, साहित्य, दिव्यांगजन अधिकार आदि क्षेत्रों में योगदान देने वाली महिलाएं शामिल हैं। सम्मान पाने वाली महिलाओं में सांप पकड़ने के काम में जुटी जगदेव बोरादे शामिल हैं। इन्होंने अभी तक कम से कम 50 हजार सांपों को बचाया है और उनके प्राकृतिक पर्यावास में छोड़ा है।
उन्होंने सांपों के बोर में जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किये हैं। उन्हें ‘सर्प मित्र' के नाम से जाना जाता है। डाउन सिंड्रोम से पीड़ित कथक नृत्यांगना सायली नंदकिशोर अगवाने ने 100 से अधिक आयोजनों में अपना नृत्य प्रदर्शन किया है। ग्लोबल ओलम्पियाड डांस कम्पीटिशन में उन्हें कांस्य पदक प्राप्त हुआ था। दृष्टिहीन सामाजिक कार्यकर्ता टिफनी बरार को दिव्यांग ग्रामीण महिलाओं के लिए अनुकरणीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया है। जैविक खेती करने वाली उषाबेन दिनेशभाई वसावा को महिलाओं को जैविक खेती सिखाने में योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। इंटेल इंडिया की निवृत्ति राय को टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में और शोभा गस्ती को महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने में योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया है।
भारत की पहली जैविक कीवी शराब ‘नारा आल्बा' का उत्पादन करने वाली उद्यमी तागे रिता ताखे को भी नारी शक्ति सम्मान दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार को ‘नारी शक्ति पुरस्कार' से सम्मानित महिलाओं से मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि सभी महिलाएं पारिवारिक स्तर पर निर्णय लेने की प्रक्रिया का हिस्सा बनें, जो उनके आर्थिक सशक्तिकरण के परिणामस्वरूप संभव होगा।