शशि थरूर बोले, हिन्दी की वजह से कम हो रही है दक्षिण एवं पूर्वोत्तर भारत की अहमियत

punjabkesari.in Sunday, Feb 09, 2020 - 01:02 AM (IST)

नेशनल डेस्कः कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शनिवार को कहा कि देश के अधिकांश हिस्से तेजी से हिंदी भाषी बन रहे हैं। ऐसे में दक्षिण एवं पूर्वोत्तर भारत उत्तर भारत की तुलना में अप्रभावी हो जाएगा। थरूर ने कोलकाता लिटरेचर फेस्टिवल को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संसद में भाजपा के मंत्री अंग्रेजी में पूछे गए सवालों का हिंदी में जवाब देते हैं, क्योंकि उनके श्रौता हिंदी भाषी हैं।

कोलकाता साहित्य महोत्सव में थरूर ने कहा कि भारतीय धारणा का विचार जबरदस्त तरीके से बंगाल या केरल जैसी जगहों से उत्तर की ओर जा रहा है, जिनमें बिहार, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे तथाकथित बीमारू राज्य आते हैं।

तिरुवनंतपुरम के सांसद थरूर ने कहा कि हिंदू राष्ट्र बनाना राष्ट्रवाद की जड़ पर एक हमला है। उन्होंने कहा कि पुरानी कहावत है कि बंगाल को जुकाम होता है तो भारत को छींक आती है, लेकिन अब इसमें सच्चाई नहीं रही है। साथ ही कहा कि भारत की एक अच्छी बात यह है कि यहां एक व्यक्ति अच्छा बंगाली, अच्छा मुस्लिम होने के साथ एक अच्छा भारतीय भी हो सकता है।

कोलकाता में सीएए विरोधियों से भाजपा समर्थकों की झड़प
वहीं दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल के 44वें अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के एक स्टॉल पर पहुंचने के बाद सीएए विरोधियों और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प हो गई। मेले में शाम साढ़े चार बजे भाजपा नेता राहुल सिन्हा के पहुंचने पर झड़प हुई। वाम समर्थित छात्रों के एक वर्ग ने सिन्हा को घेर लिया और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) तथा राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के विरोध में नारे लगाए।

पुलिस ने घटना की पुष्टि की और कहा कि कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। भाजपा समर्थकों ने दावा किया कि इस झड़प में उनका एक साथी घायल हुआ है। सिन्हा ने कहा-लोगों ने उन्हें (वाम दल) अस्वीकार कर दिया है, उनसे लड़ाई करके हम उन्हें चर्चा में आने का मौका नहीं देंगे, हमारा झगड़ा तृणमूल से है। 


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Yaspal

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