भावी पीढ़ी को मिलेगी भारत के गौरवशाली इतिहास की जानकारी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 27, 2022 - 07:38 PM (IST)

चंडीगढ़, 27 सितंबर - (अर्चना सेठी) हरियाणा के मुख्यमंत्री  मनोहर लाल ने कहा कि भारत की आजादी के पहले स्वतंत्रता संग्राम 1857 की क्रांति तथा इससे पूर्व की घटनाओं, ज्ञात- अज्ञात शहीदों, वीर -वीरांगनाओं को याद करने के लिए दूरदर्शन की ओर से स्वराज -भारत के स्वतंत्रता संग्राम की समग्र गाथा धारावाहिक एक अनूठा प्रयास है। इस धारावाहिक के माध्यम से भावी पीढ़ी को न केवल भारत के गौरवशाली इतिहास की जानकारी मिलेगी, बल्कि उनमें देश प्रेम की भावना का भी संचार होगा।

मुख्यमंत्री आज यहां पंचकूला स्थित इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में स्वराज -भारत के स्वतंत्रता संग्राम की समग्र गाथा धारावाहिक की स्पेशल स्क्रीनिंग के उपरांत पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री के साथ तमाम मंत्रिगण विधायकों और अधिकारियों ने भी स्पेशल स्क्रीनिंग को देखा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, जो भारत के इतिहास को याद करने का सुनहरा अवसर है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने वर्ष 2020 में आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का जो कार्यक्रम शुरू किया, वह अपने आप में अनूठा प्रयास है।

 मनोहर लाल कहा कि कई ऐसी शख़्सियत हुई, जिन्होंने आजादी के आंदोलन में अपना योगदान दिया। अंग्रेजो के खिलाफ आजादी की लड़ाई लड़ी और मुगलों के साथ भी लोहा लिया। ऐसी कई विभूतियां भी है, जिन्हें कभी याद नहीं किया गया। इसी को लेकर दूरदर्शन द्वारा 75 एपिसोड का यह धारावाहिक तैयार किया गया है। आज इस धारावाहिक के 2 एपिसोड की स्क्रीनिंग रखी गई थी। इस धारावाहिक में ज्ञात-अज्ञात वीरों व उनसे जुड़ी घटनाओं का वर्णन किया गया है, जिनसे हम सभी अनभिज्ञ थे, उसे जानने का मौका मिला।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस धारावाहिक के माध्यम से भावी पीढ़ी को यह जानकारी मिली है कि किस प्रकार वास्को - डी- गामा ने भारत पर हमला कर यहां की धन संपदा को लूटना शुरू किया। इसी प्रकार आज दिखाए गए एक एपिसोड में उल्लाल की महारानी रानी अब्बका के बारे में भी जानकारी मिली है कि किस प्रकार उन्होंने स्वराज के लिए पुर्तगालियों से लड़ाईयां लड़ी और अपने जीवन को न्योछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे ही कई ज्ञात - अज्ञात शहीदों व उनकी कथाओं से इतिहास भरा पड़ा है, जिसे भावी पीढ़ी को जानने की आवश्यकता है। इसी प्रयास में शिक्षण संस्थानों में यह धारावाहिक दिखाया जाएगा। अन्य संस्थाओं के माध्यम से भी इस धारावाहिक को दिखाने के प्रयास किये जाएंगे।

एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि देश कई वर्षों तक अंग्रेजों का गुलाम रहा। शासकों का कोशिश रहती थी कि किसी भी देश के स्वाभिमान को खत्म किया जाए। जब देश आजाद हुआ तो लॉर्ड मैकाले की शिक्षा पद्धति अपनाई गई। उसके बाद विशेषज्ञों को आभास हुआ कि शिक्षा पद्धति को अध्ययन करने की आवश्यकता है। आज समय की मांग के अनुसार इतिहास को ध्यान में रखते हुए ही स्कूल के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है और इतिहास की कथाओं का वर्णन किया गया है।


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News Editor

Archna Sethi

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