ऑफ द रिकॉर्डः 15 अगस्त तक नहीं आ पाएगा देश का स्वदेशी कोरोना टीका

punjabkesari.in Thursday, Aug 13, 2020 - 06:02 AM (IST)

नई दिल्लीः यद्यपि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में कोरोना टीके के ट्रायलों में तेजी लाने के लिए लालफीताशाही स्तर पर होने वाली देरी सेनिपटने के लिए कदम उठाए हैं परंतु देश के नागरिकों को अभी स्वदेशी टीके का इंतजार करना पड़ सकता है क्योंकि 15 अगस्त की जो तिथि इसके लिए तय की गई थी, उसके ट्रायल अभी पूरे नहीं हुए हैं। 
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भारतीय मैडीकल रिसर्च परिषद (आई.सी.एम.आर.) ने घोषणा की थी कि भारत बायोटैक का ‘कोवैक्सीन’ टीका स्वतंत्रता दिवस पर बनकर सामने आ जाएगा। आई.सी.एम.आर. के निदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने गत सप्ताह प्रैस को बताया था कि ‘कोवैक्सीन’ टीके के पहले और दूसरे चरण के ट्रायल 15 अगस्त से पहले पूरे कर लिए जाएंगे। डॉ. बलराम भार्गव की प्रैस कांफ्रैंस के बाद से सभी की निगाहें उधर थीं। 
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परंतु पता चला है कि देश के नामी एम्स व अन्य 11 संस्थानों में पिछले महीने आरंभ किए गए ट्रायल्स का अभी पहला चरण भी पूरा नहीं हुआ है। एक दिलचस्प घटनाक्रम में एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने स्पष्ट किया था कि हम बड़ी तेजी से टीके के ट्रायल्स कर रहे हैं तथा पहले व दूसरे चरण के ट्रायल्स को एक साथ किया जा रहा है परंतु मानव क्लिनिकल ट्रायल्स में सभी सुरक्षा नियमों का पालन किया जाएगा। इसका अर्थ यह निकाला जा रहा है कि भारतीय टीका आने में अभी देर लगेगी। 
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एम्स के मुख्य शोधकत्र्ता डॉ. संजय राय, जो ‘कोवैक्सीन’ टीके के ट्रायल का संयोजन कर रहे हैं, ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना योद्धाओं को ट्रायल के पहले ही चरण में दोगुना डोज दिया जाएगा। दोगुना डोज देने के परिणाम जब सितम्बर में सामने आ जाएंगे, उसके बाद ही दूसरे चरण की शुरूआत की जाएगी। उधर, जायडस कैडिला के ‘जायकोव-डी’ टीके के पहले व दूसरे चरण के मानव क्लिनिकल ट्रायल्स को भी अनुमति मिली है परंतु कंपनी ने अपने ट्रायल्स और उनके परिणामों के बारे में अभी तक सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कहा है।        


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Pardeep

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