कर्नाटकः '36,000 मंदिरों को नष्ट कर इनके ऊपर बनाई गईं मस्जिदें', ईश्वरप्पा बोले- हम जल्द इन्हें करेंगे हासिल

punjabkesari.in Friday, May 27, 2022 - 04:12 PM (IST)

नेशनल डेस्क: नेशनल डेस्क: कर्नाटक में इन दिनों मंदिर-मस्जिद विवाद छिड़ा हुआ है। कर्नाटक के मांड्या और दक्षिण कन्नड़ जिलों में मंदिर बनाम मस्जिद विवाद पर टिप्पणी करते हुए, भारतीय जनता पार्टी के नेता केएस ईश्वरप्पा ने यह कहकर हड़कंप मचा दिया है कि मुगलों ने 36,000 से अधिक मंदिरों को नष्ट कर दिया था और उनकी पार्टी कानूनी रूप से उन्हें पुनर्जीवित करेगी। ईश्वरप्पा ने शुक्रवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए सवाल किया, ‘‘श्रीरंगपटना में एक मंदिर पर मस्जिद क्यों बनाई गई है? मुगलों द्वारा 36,000 मंदिरों को नष्ट कर दिया गया था। हम उन सभी को बिना किसी संघर्ष के, लेकिन अदालतों के माध्यम से पुनर्जीवित करेंगे।''

ईश्वरप्पा ने कांग्रेस से पूछा कि वह श्रीरंगपटना में हनुमान मंदिर के अस्तित्व के बारे में क्यों नहीं बोलती, जिसे टीपू सुल्तान के शासन के दौरान मुसलमानों द्वारा स्थानांतरित कर दिया गया था, ‘‘मुसलमान भी मानते हैं कि श्रीरंगपटना में एक हनुमान मंदिर था। उनका कहना है कि उस समय, उन्होंने मंदिर को स्थानांतरित कर दिया और उसे बचा लिया। लेकिन मंदिर को स्थानांतरित क्यों किया गया? इसकी जगह एक मस्जिद क्यों बनाई गई? कांग्रेस इस बारे में क्या कहती है?'' नरेंद्र मोदी विचार मंच ने मांड्या प्रशासन से संपर्क किया और श्रीरंगपटना में जामिया मस्जिद में नमाज अदा करने की अनुमति की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा। मंच ने दावा किया कि मस्जिद एक हनुमान मंदिर पर बनाई गई थी और हिंदू देवताओं की मूर्तियां मस्जिद के अंदर हैं। श्रीरंगपटना कर्नाटक के मांड्या जिले में टीपू सुल्तान की पूर्व राजधानी थी।

कर्नाटक में कब सामने आया मंदिर-मस्जिद विवाद
श्रीरंगपटना के अलावा, 21 अप्रैल को कर्नाटक में एक और मंदिर-मस्जिद विवाद सामने आया, जब मेंगलुरु में एक पुरानी मस्जिद के नीचे एक हिंदू मंदिर जैसा वास्तुशिल्प डिजाइन पाया गया।विश्व हिंदू परिषद ने जिला प्रशासन से संपकर् किया था और दस्तावेजों के सत्यापन तक मस्जिद में मरम्मत कार्य को रोक दिया था। मामले की सुनवाई सिटी कोर्ट में भी हो रही है। भाजपा ने मेंगलुरु की जामिया मस्जिद में ज्ञानवापी-प्रकार के सर्वेक्षण के लिए दबाव डाला है। कुछ दिन पहले जिला प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू कर दी थी, जबकि विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने तंबुला प्रश्न अनुष्ठान किया था ताकि यह अनुमान लगाया जा सके कि मस्जिद बनने से पहले एक शिव मंदिर अस्तित्व में था।

मंदिर-मस्जिद विवाद बुधवार को तेलंगाना भी पहुंच गया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय ने आरोप लगाया कि राज्य में कई मंदिरों को तोड़ा गया और उनके ऊपर मस्जिदें बनाई गईं। डी संजय ने बुधवार को AIMIM असदुद्दीन ओवैसी को चुनौती देते हुए कहा कि, 'राज्य की सभी मस्जिदों की खुदाई करवाएं, अगर वहां शिवलिंग मिलते हैं तो मुसलमानों को इन मस्जिदों को हिंदुओं को सौंपना होगा। अगर वहां शव मिलते हैं, तो मुसलमान उन पर दावा कर सकते हैं। क्या आप इसे स्वीकार करेंगे?'


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Content Editor

rajesh kumar

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