तमिलनाडु के CM ने कहा- राज्यपाल अपना संवैधानिक कर्तव्य निभाने में विफल रहे, NEET विधेयक 142 दिनों तक धूल खा रहा था

punjabkesari.in Saturday, Feb 05, 2022 - 01:41 PM (IST)

चेन्नई: तमिलनाडु के CM स्टालिन ने शनिवार को आरोप लगाते हुए कहा कि  जब राज्य में नीट को खत्म करने की मांग करने वाले विधेयक की बात आई तो राज्यपाल आरएन रवि अपने उस कर्तव्य को निभा पाने में विफल रहे। चेराज्य सरकार द्वारा बुलाई गई एक सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि राज्यपाल ने 142 दिनों तक विधेयक को धूल खाने के लिए रखा था। राज्यपाल ने तर्क दिया है कि यह विधेयक ग्रामीण और आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों के हितों के खिलाफ है।
 

CM स्टालिन ने कहा कि जस्टिस एके राजन की अध्यक्षता वाली समिति की सिफारिशों के आधार पर 8  करोड़ लोगों की भावनाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए विधेयक को विधानसभा में अपनाया गया था। राज्यपाल ने इसे राष्ट्रपति की सहमति के लिए भेजने की जहमत नहीं उठाई।
 

स्टालिन ने कहा कि यह DMK सरकार का रुख था कि उच्च शिक्षा के लिए कोई प्रवेश परीक्षा नहीं होनी चाहिए और अतीत में डीएमके सरकार ने कॉलेज में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा को समाप्त कर दिया था।
 

उन्होंने कहा कि 2006 में जब डीएमके सरकार ने प्रवेश परीक्षा को समाप्त करने के लिए एक विधेयक पारित किया, तो राज्यपाल और राष्ट्रपति ने 87 दिनों में इसे अपनी मंजूरी दे दी थी।
 

गौरतलब है कि तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने राज्य को राष्ट्रीय प्रवेश सह पात्रता परीक्षा (NEET) से छूट देने के प्रावधान वाला विधेयक राज्य सरकार को लौटा दिया है। 

 
 


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Content Writer

Anu Malhotra

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