सरकार 2.0 के 2 साल पूरे होने पर सर्वे, जनता ने बताया क्या है मोदी सरकार की सबसे बड़ी नाकामी
punjabkesari.in Saturday, May 29, 2021 - 09:17 AM (IST)
नेशनल डेस्क: महामारी कोरोना और उसके चलते लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान देश ने किए उताढ़- चढ़ाव देखे। देश में आए इस महासंकट का सबसे ज्यादा खामियाजा भुगतना पड़ा मोदी सरकार को। देश की जनता सरकार के कामकाज से नाराज दिखाई दे रही है। एबीपी न्यूज-सी वोटर सर्वे के मुताबिक लोगों ने मोदी 2.0 सरकार की सबसे बड़ी नाकामी कोरोना से निपटना है।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों से किए सवाल
सी-वोटर ने केंद्र सरकार के 2 साल पूरे होने पर उसके कामकाज, पीएम की लोकप्रियता, कोरोना संकट से निपटने जैसे सवालों को लेकर सर्वे किया, जिसमें लोगाें ने माना कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की सबसे बड़ी नाकामी कोरोना महामारी से निपटना है। इस दौरान देश के अलग-अलग राज्यों के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों से कई सवाल किए गए। सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों ने कोरोना को देश की सबसे बड़ी परेशानी बताया है।
मोदी सरकार से सबसे बड़ी नाराजगी
शहरी ग्रामीण
- कोरोना से निपटना : 44% 40%
- किसान कानून : 20% 25%
- CAA पर दिल्ली दंगे : 9% 9%
- चीन सीमा विवाद: 7% 10%
कृषि कानूनों को लेकर भी लोगों ने दी राय
सर्वे के मुताबिक 36 प्रतिशत लोगों ने कोरोना को आज के भारत की सबसे बड़ी परेशानी बताया है। वहीं 18 प्रतिशत लोगों ने बेरोजगारी, 10 प्रतिशत ने महंगाई और 7 प्रतिशत ने भ्रष्टाचार को देश की सबसे बड़ी परेशानी करार दिया है। वहीं कृषि कानूनों या किसानों के मुद्दे पर शहरी क्षेत्रों के 20% और ग्रामीण क्षेत्रों के 25% लोगों ने मोदी सरकार को सबसे ज्यादा नाकाम बताया।
भारत की आज सबसे बड़ी परेशानी
- कोरोना: 36 %
- बेरोजगारी : 18 %
- महंगाई : 10 %
- भ्रष्टाचार: 7 %
वैक्सीन का ठीक से इंतजाम नहीं हुआ: सर्वे
इसके अलावा 51 प्रतिशत शहरी प्रतिभागियों और 45 प्रतिशत ग्रामीण लोगों ने माना की मोदी सरकार ने वैक्सीन का ठीक से इंतजाम किया है। वहीं शहरों में 29 प्रतिशत को लगता है कि वैक्सीन का इंतजाम ठीक नहीं है। गांवों में यह आंकड़ा 37 प्रतिशत है। इस सवाल के जवाब में 17 प्रतिशत शहरी लोगों ने कुछ कह नहीं सकते का जवाब दिया, जबकि गांवों में 18 प्रतिशत प्रतिभागियों की इस पर कोई राय नहीं थी।
मोदी को राहुल से बेहतर मानते हैं लोग
सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों ने कोरोना की वैक्सीन को विदेश भेजने को सही बताया है। ग्रामीण क्षेत्र के 45 प्रतिशत प्रतिभागियों ने वैक्सीन विदेश भेजने को सही बताया। वहीं 29 प्रतिशत शहरी लोग इसे सही नहीं मानते। गांवों में यह आंकड़ा 37 प्रतिशत है। सर्वे में कोरोना संकट को कौन बेहतर संभालता, मोदी या राहुल? इसपर 66% शहरी और 62% ग्रामीण लोगों ने पीएम मोदी के नाम पर मुहर लगाई। वहीं 20% शहरी और 23% ग्रामीण लोगों ने माना कि राहुल गांधी कोरोना संकट को बेहतर ढंग से संभालते।