मोदी सरकार की गले की हड्डी बनता जा रहा है पेगासस मामला! अब सुब्रमण्यम स्वामी ने लगाया सुप्रीम कोर्ट और संसद को गुमराह करने का आरोप
punjabkesari.in Saturday, Jan 29, 2022 - 05:38 PM (IST)
नेशनल डेस्क: इस्राइली स्पाईवेयर पेगासस की कथित खरीद के मामले में जहां विपक्ष हमलावार है वहीं अब इस मामले में वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी रिपोर्ट के आधार पर बीजेपी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। पेगासस मामला मोदी सरकार की गले की हड्डी बनता जा रहा है।
अब इस मामले में सुब्रमण्यम स्वामी ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा कि मोदी सरकार को निश्चित ही न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी पेगासस खुलासे का खंडन करना चाहिए, जिसमें बताया गया है कि सरकार ने इस्राइली कंपनी एनएसओ को करदाताओं के 300 करोड़ रूपये देकर सदस्यता हासिल की है। इससे प्रथम दृष्टया पता चलता है कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट और संसद से इस मामले में तथ्यों को छुपाया है।
इससे पहले न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी रिपोर्ट को आधार बनाते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर 'देशद्रोह' का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि मोदी सरकार ने हमारे लोकतंत्र की प्राथमिक संस्थाओं, राजनेताओं व जनता की जासूसी करने के लिए पेगासस ख़रीदा था। फ़ोन टैप करके सत्ता पक्ष, विपक्ष, सेना, न्यायपालिका सब को निशाना बनाया है। ये देशद्रोह है।
Modi government must rebut New York Times revelations today that It did indeed subscribe by payment from tax payers money of ₹ 300 crores to spyware Pegasus sold by Israeli NSO company. This implies prima facie our Govt misled Supreme Court and Parliament. Watergate ?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) January 29, 2022
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है कि साल 2017 में आधुनिक हथियारों और खुफिया उपकरणों की खरीद के लिए भारत और इस्राइल के बीच हुए लगभग दो अरब डॉलर के रक्षा समझौते हुए थे। इस खरीद में कथिततौर पर पेगासस स्पाईवेयर भी शामिल था।
गौरतलब है कि बीते साल 2021 में पेगासस का मामला पूरे देश के सामने तब आया था जब कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया समूहों के एक संगठन ने इस बात का दावा किया था कि कई भारतीय नेताओं, मंत्रियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, कारोबारियों और पत्रकारों के खिलाफ पेगासस का कथित तौर पर इस्तेमाल किया गया है।