एयर इंडिया ने खो दिया अपना अनुभवी पायलट, अंतिम विदाई देते वक्त रो पड़े साथी
punjabkesari.in Monday, Aug 10, 2020 - 01:56 PM (IST)
नेशनल डेस्क: केरल के कोझिकोड में हुए दर्दनाक विमान हादसे को शायद ही देश कभी भूला पाएगा। इस घटना में बेमौत मारे गए दोनों पायलट समेत 18 लोगों के शव रविवार को एक एक कर अपने घर पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों का कलेजा पसीज उठा। हर तरफ सिर्फ चीख पुकार ही सुनाई दे रही थी। अपनों के घर लौटने का इंतजार कर रहे परिवार वालों को क्या मालूम था कि उनकी जगह शव आएंगे।
एअर इंडिया एक्सप्रेस के विमान के पायलट रहे कैप्टन दीपक साठे के पार्थिव शरीर को रविवार दोपहर को कुछ समय के लिए छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल दो के पास स्थित एअर इंडिया की इकाई में रखा गया, जहां एअर इंडिया के पायलटों, चालक दल के सदस्यों और ग्राउंड स्टाफ ने दिवंगत कैप्टन को हवाई अड्डे पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस समय हर किसी की आंखे नम थी।
एअर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि साठे (58) का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा। साठे मुंबई के चांदीवली उपनगरीय क्षेत्र के रहने वाले थे। उनके दो पुत्रों में से एक सोमवार रात को अमेरिका से भारत पहुंचेंगे। उसके बाद उनके पार्थिव शरीर को दोपहर में भाभा अस्पताल ले जाया गया। साठे की पत्नी सुषमा और उनके एक पुत्र पार्थिव शरीर के साथ थे।
दुबई से चालक दल के छह सदस्यों सहित 190 लोगों को लेकर आ रहा विमान शुक्रवार रात में भारी वर्षा के बीच कोझिकोड हवाई अड्डे पर उतरते समय रनवे से फिसल कर 35 फुट गहरी घाटी में गिर गया था। विमान दो हिस्सों में टूट गया था और इस दुर्घटना में दोनों पायलटों सहित 18 लोग मारे गए थे। इस बीच दिवंगत साठे के नागपुर स्थित परिवार के सदस्यों ने मीडिया से आग्रह किया है कि दुख की इस घड़ी में उनकी निजता का सम्मान किया जाए।
कैप्टन साठे के पिता ब्रिगेडियर वसंत साठे (सेवानिवृत्त) नागपुर में रहते हैं। एक निकट रिश्तेदार ने रविवार को कहा कि पूरा साठे परिवार दुख की इस घड़ी में एकजुट है। अंतिम संस्कार के बारे में पूछे जाने पर परिवार के एक सदस्य द्वारा जारी एक संदेश में कहा गया कि वर्तमान स्थिति में किसी भी सवाल का जवाब देने में हमारी रुचि नहीं है। तदनुसार कृपया हमें जवाब देने के लिए बाध्य नहीं करें।'