शिवकार्तिकेयन की प्रेरणादायक यात्रा, 55वें IFFI में साझा की अपनी कहानी
punjabkesari.in Saturday, Nov 23, 2024 - 08:21 PM (IST)
नेशनल डेस्क : गोवा के 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में तमिल सुपरस्टार शिवकार्तिकेयन ने अपनी यात्रा और करियर के बारे में एक दिलचस्प बातचीत की। इस दौरान, उन्होंने अभिनेता और राजनीतिज्ञ खुशबू सुंदर के साथ अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया। उनका कहना था कि सिनेमा हमेशा उनका जुनून रहा है और वह हमेशा दर्शकों को मनोरंजन देना चाहते थे, यही वजह है कि उन्होंने टेलीविज़न एंकरिंग से शुरुआत की, जो उनके करियर का पहला कदम था।
शिवकार्तिकेयन ने अपने शुरुआती दिनों में मिमिक्री आर्टिस्ट के रूप में काम करने के बारे में भी बताया। वह इंजीनियरिंग कॉलेज में अपने प्रोफेसरों की नकल किया करते थे, लेकिन बाद में जब उन्होंने माफी मांगी, तो उनके प्रोफेसर ने उन्हें इस प्रतिभा को सही दिशा में बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
अभिनेता ने अपने पिता के असामयिक निधन के बाद के कठिन समय का भी जिक्र किया, जब वह अवसाद में चले गए थे। शिवकार्तिकेयन ने कहा, "मेरे काम और दर्शकों का प्यार ही मुझे इस मुश्किल घड़ी से बाहर निकाल सका।" उन्होंने बताया कि दर्शकों की तालियां और सीटियां उनकी मानसिक चिकित्सा बन गई थीं।
इस दौरान खुशबू सुंदर ने उनके दृढ़ संकल्प और ईमानदारी की सराहना की। शिवकार्तिकेयन ने कहा, "मेरे लिए यह जरूरी था कि मैं लाखों लोगों में अलग नजर आऊं, लेकिन फिर भी आम आदमी से जुड़ा हुआ महसूस करूं। जीवन में कई मुश्किलें आईं, लेकिन मेरी मेहनत और दर्शकों का प्यार ही मुझे आगे बढ़ने का हौसला देता रहा।"
अपने करियर के बारे में बात करते हुए शिवकार्तिकेयन ने कहा कि पहले उन्होंने हर प्रोजेक्ट को स्वीकार किया, लेकिन अब वह महसूस करते हैं कि अच्छे कहानीकार उन्हें चुनते हैं। उन्होंने फिल्मों जैसे डॉक्टर, डॉन, और अमरन का जिक्र किया, जिनमें उन्होंने शानदार अभिनय किया।
हास्य को एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल करने पर उन्होंने कहा, "सिनेमा में आना कठिन था, लेकिन मैंने हास्य को अपना सहारा बनाया, क्योंकि यह दर्शकों को खुश कर देता है, चाहे वह छोटे पर्दे पर हो या बड़े पर्दे पर।" युवाओं को सलाह देते हुए उन्होंने कहा, "जिंदगी में अपने सपनों को पूरा करो, लेकिन हमेशा अपने परिवार और जड़ों से जुड़े रहो। मेरे लिए परिवार मेरा घोंसला है।" यह सत्र शिवकार्तिकेयन की कड़ी मेहनत, जुनून और सपनों को साकार करने की प्रेरणादायक कहानी का उत्सव था।