Sidhu Musewala murdered- जानिए कौन है गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई...सलमान खान को भी दे चुका है मारने की धमकी

punjabkesari.in Monday, May 30, 2022 - 12:55 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। सिद्धू मूसेवाला की मौत के बाद लोगों में शोक की लहर है, सिद्धू के फैंस काफी दुखी हैं। सिद्धू मूसेवाला की हत्या में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आया है। पंजाब पुलिस के पुलिस महानिदेशक वीके भवरा ने भी मीडिया प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मूसेवाला हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई का सीधे-सीधे नाम लिया है। इतना ही नहीं लॉरेंस बिश्नोई के करीबी गैंगस्टर लकी उर्फ गोल्डी बराड़ ने जो इस समय कनाडा में है ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है। 

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दो गैंग के टकराव का मामला 
पंजाब पुलिस महानिदेशक  (डीजीपी) वी के बावरा ने बताया कि मूसेवाला के प्रबंधक शगन प्रीत का नाम बिट्टू खेरा हत्याकांड में सामने आया था जिसके कारण यह हत्या हुई है। उन्होंने कहा कि प्रकरण में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह लिप्त है। मीडिया को दिए गए बयान में राज्य पुलिस के प्रमुख ने कहा, ‘‘यह घटना गिरोहों के बीच आपसी दुश्मनी का नतीजा लगती है।'' उन्होंने बताया कि मूसेवाला के प्रबंधक शगनप्रीत का नाम पिछले साल अकाली नेता विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या में सामने आया था। शगुनप्रीत ऑस्ट्रेलिया भाग गया था। शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह हत्या मिद्देखेड़ा की हत्या का बदला लग रही है। उन्होंने कहा कि इस घटना में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का हाथ है। कनाडा से गिरोह के एक सदस्य ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, कनाडा में रहने वाले गोल्डी बराड़ ने मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह और लक्की पटियाला गिरोह के बीच दुश्मनी है। तीन बंदूकधारियों की पहचान हरियाणा निवासी सन्नी, अनिल लठ और भोलू के रूप में की गई है और उन्हें मिद्दुखेड़ा की हत्या के संबंध में दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने पहले ही गिरफ्तार किया था जबकि शगनप्रीत का नाम इस मामले की प्राथमिकी में बतौर आरोपी नामजद है।

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डीजीपी भवरा ने कहा कि मूसेवाला के साथ पंजाब पुलिस के चार कमांडो तैनात थे। उन्होंने कहा कि हर साल ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी और अगले महीने ‘‘घल्लुघारा सप्ताह'' के कारण सुरक्षा ‘‘कम की जाती'' है। मूसेवाला के साथ तैनात पंजाब पुलिस के चार कमांडो में से दो को हटाया गया था। पुलिस महानिदेशक के मुताबिक मानसा जिले में वारदात के समय मूसेवाला अपने बचे हुए दो कमांडो को साथ नहीं ले गए थे। उन्होंने बताया कि मूसेवाला अपना निजी बुलेट प्रूफ वाहन भी नहीं ले गए थे। भवरा ने कहा कि घटनास्थल से गोलियों के 30 खाली खोल बरामद किए गए हैं। उन्होंने अनुमान जताया कि वारदात में कम से कम तीन हथियारों का इस्तेमाल किया गया होगा। घटना की और जानकारियां देते हुए उन्होंने कहा कि मूसेवाला अपने पड़ोसी गुरविंद सिंह और रिश्तेदार गुरप्रीत सिंह के साथ शाम साढ़े चार बजे अपने घर से रवाना हुए। वह खुद गाड़ी चला रहे थे। भवरा ने कहा कि जब मूसेवाला जवाहर के गांव पहुंचे थे तो सामने से दो गाड़ियों ने उनकी गाड़ी को रोक लिया। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने सामने से सिद्धू मूसेवाला पर अंधाधुंध गोलियां चलाई।

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लॉरेंस ने सलमान खान को भी दी थी?
गैगस्टर लॉरेंस बिश्नोई बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को भी मारना चाहता था। सलमान खान और असिन अभिनीत फिल्म 'रेडी' की शूटिंग के दौरान एक बार लॉरेंस ने अपने गुर्गों के जरिये सलमान खान पर हमले पूरी योजना बनाई भी थी। यह अलग बात है कि लॉरेंस बिश्नोई को पसंदीदा हथियार नहीं मिला तो यह योजना असफल हो गई थी। दरअसल सलमान खान पर काले हिरण के शिकार का आरोप लगा था। इसको लेकर लॉरेंस बिश्नोई सलमान की हत्या करना चाहता था। गैगस्टर लॉरेंस बिश्नोई समाज से है और वह काले हिरण के शिकार को लेकर काफी नाराज था, जिसमें सलमान भी आरोपी थे। 

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चंडीगढ़ पंजाब विश्वविद्यालय में पढ़ा है लॉरेंस बिश्वोई 
लॉरेंस बिश्वोई ने चंडीगढ़ स्थित पंजाब विश्वविद्यालय में पढ़ाई की है। इस दौरान लॉरेंस का नाम छात्र राजनीति में उभरा था, लेकिन वह छात्र संघ का चुनाव हार गया। इसके बाद वह छात्र नेता से एक नामी बदमाश बन गया। पंजाब में दविंदर बंबीहा ग्रुप और लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप से गैंगवार जगजाहिर है। हालांकि, साल 2016 के एनकाउंटर में दविंदर बंबीहा मारा गया था, लेकिन उसके बाद भी उसका ग्रुप एक्टिव है।

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जेल में बंद है लॉरेंस बिश्नोई
गैंग का मुखिया लॉरेंस बिश्नोई राजस्थान के अजमेर जेल में बंद है। लॉरेंस बिश्नोई के नेटवर्क का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह जेल में बंद रहने के दौरान भी गैंग को चला रहा है। गैंगस्टर गोल्डी बरार फिलहाल कनाडा में है जिसने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है। गोल्डी बराड़ लॉरेंस बिश्नोई का करीबी माना जाता है। गैंगस्टर में शुमार जेल में बंद रहने के बाद भी व्हाट्स ऐप के जरिये सुपारी लेकर जेल से ही हत्या जैसे संगीन जुर्म को अंजाम देता है। इसका कबूलनामा भी वह अपने फेसबुक अकाउंट से कर देता है। इस गैंग का नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है। 22 फरवरी 1992 को पंजाब के फजिल्लका में जन्मा लॉरेंस बिश्नोई पर तकरीबन 50 से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत है। लॉरेंस बिश्नोई करोड़ों की सम्पत्ति का मालिक है। लॉरेंस के पिता खुद एक पुलिसवाले रहे हैं।

 

बता दें कि हाल में सिद्धू मूसेवाला ने कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ा था लेकिन आम आदमी पार्टी के विजय सिंगला से हार गए थे। मूसेवाला की मां मानसा जिले में मूसा गांव की सरपंच हैं, जबकि पिता एक पूर्व सैनिक हैं। बता दें कि अपने गानों में बंदूक संस्कृति को बढ़ावा देने को लेकर मूसेवाला को समाज के कई वर्गों से आलोचना का सामना करना पड़ा था। कोरोना में लॉकडाउन के दौरान एक फायरिंग रेंज में एके-47 से फायरिंग करते हुए कुछ तस्वीरों में उनके नजर आने पर उनके खिलाफ शस्त्र अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई थीं।


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Content Writer

Seema Sharma

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