ऑफ द रिकॉर्डः वाजे मामले की ‘जांच के बीच बदले गए’ राष्ट्रीय जांच एजैंसी के मुखिया शुक्ला

punjabkesari.in Thursday, Apr 15, 2021 - 05:09 AM (IST)

नई दिल्लीः मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाजे से जुड़े देश में इस समय सर्वाधिक चर्चित एंटीलिया विस्फोटक मामले व ठाणे के ऑटोमोबाइल डीलर मनसुख हिरेन की हत्या के मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजैंसी (एन.आई.ए.) के एक बड़े अधिकारी अनिल शुक्ला को जांच से हटा दिया गया है। 

हालांकि तकनीकी रूप से उन्हें एन.आई.ए. से स्थानांतरित किया जा सकता है क्योंकि उन्होंने एजैंसी में 5 वर्ष की अनिवार्य अवधि पूरी कर ली है परंतु जांच के निर्णायक मोड़ पर उन्हें हटाना आश्चर्यजनक है। सामान्य तौर पर, अधिकारियों को 5 साल का विस्तार देने के बाद उसे 2 और साल तक बढ़ाया जा सकता है। 

शुक्ला ने 6 साल पूरे कर लिए हैं और वह अपने मूल काडर में लौटना चाहते हैं। शुक्ला चूंकि अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम व केंद्र शासित प्रदेशों के काडर के आई.पी.एस. अधिकारी हैं, वह दिल्ली पुलिस में शामिल हो सकते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार 2001 बैच के आई.पी.एस. अधिकारी जी.के. वर्मा शुक्ला का स्थान लेंगे। दोनों मामले 7 मार्च को एंटी टैरर स्क्वायॅड को सौंपे गए थे। 

बाद में केंद्र सरकार के आदेश पर एन.आई.ए. ने 8 मार्च व 20 मार्च को दोनों मामले अपने हाथ में ले लिए थे। ऐसा कहा जा रहा है कि यह बेहतर होता अगर गृह मंत्रालय जांच टीम के मुखिया को काम जारी रखने देता क्योंकि मामलों की जांच में बहुत काम अभी बाकी है तथा जांच की अगुवाई करने वाले की निरंतरता अच्छी बात होती। गृह मंत्रालय ने यह क्यों किया, कोई क्या कह सकता है? 


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Content Writer

Pardeep

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