आध्यात्म की राह पर चलकर कुछ ऐसे विश्व में शांति और ज्ञान फैला रहे हैं श्री प्रीताजी और श्री कृष्णाजी

punjabkesari.in Monday, May 09, 2022 - 05:00 PM (IST)

टीम डिजिटल। आध्यात्मिक गुरु, दार्शनिक और रहस्यवादी दम्पती श्री प्रीताजी और श्री कृष्णाजी का उद्देश्य मानव चेतना को पीड़ा से शांति, अलगाव से संबंध और विभाजन से एकता की ओर ले जाना है। उन्होंने अपनी पुस्तक “द फोर सेक्रेड सीक्रेट्स” लिखी है, जो किसी भी साधक के लिए उनकी “आंतरिक यात्रा” में उपयोगी है और कई देशों में “बेस्ट सेलर” है। 

जब धरती पर उनके इस ध्येय का प्रादुर्भाव हुआ तब श्री प्रीताजी नौ वर्ष की थीं। श्री प्रीताजी के शब्दों में शब्दों में, "जब मैं नौ साल की थी तब मुझे एहसास हुआ कि मेरे आस-पास के लोगों को वैसे अनुभव नहीं हो रहे जैसा अनुभव मुझे हो रहा था। वे ये तक महसूस नहीं कर सकते थे कि उनके साथी मनुष्य क्या महसूस कर रहे हैं, न ही उन्होंने परवाह थी कि वे जानें। मेरे लिए, मुझमें और दूसरों के स्वरूप में कोई भेद नहीं था। जैसी मैं थी वैसा दूसरा। मैं महसूस कर सकती थी कि कोई दूसरा क्या महसूस करता है, जैसे कि हमारे बीच कोई बाधा ही नहीं थी। मैं लोगों के दुख, सुख को महसूस कर सकती थी, जैसे कि यह मेरा था। उस अनुभूति में होते हुए  मैं उन्हें प्रतिक्रिया भी देती थी।" 

यह ज्ञान मेरे जीवन के जुनून में बदल गया, जुनून, मानवता को एक दूसरे से जोड़ने, एक दूसरे के लिए करुणा और दुनिया में एकता पैदा का।" 

श्री प्रीताजी ने लाखों लोगों को बिना बंधनों के जीने, जुड़ने और महसूस करने और उस ज्ञान के प्रभाव से जागृत किया है। 

श्री कृष्नाजी की यात्रा बहुत अलग रही है। ग्यारह वर्ष की आयु में, उन्हें सहज आत्म-साक्षात्कार और ईश्वर-प्राप्ति का अनुभव हुआ। उस अनुभव के कारण उनके स्कूल के साथी और उनके माता-पिता तथा मित्र उनके सानिध्य में  अक्सर उनके चारों ओर बैठकर शब्दों से परे के दिव्य आनंद का अनुभव करने लगे। इसी अनुभव को बांटने की प्रक्रिया को बाद में "दीक्षा" के रूप में जाना जाने लगा। इस भव्य जागरण के बाद, उन्होंने अपने हृदय में परमात्मा के साथ एक संबंध का अनुभव किया। इस प्रकार "दीक्षा" की प्रक्रिया का जन्म हुआ। 

ये दो लोग, जिनका जागरण-मिशन जीवन में इतना शीघ्र शुरू हो गया, वे विवाह के माध्यम से एक साथ आए। 

उन्नीस से उनतीस वर्ष की आयु तक, श्री कृष्णजी ने श्री प्रीताजी के साथ मिलकर विश्व ज्ञानोदय केंद्र, एकम के भव्य वास्तुशिल्प के सृजन की विशाल परियोजना शुरू की। आज 100 से अधिक देशों के साधक एकम में आते हैं और परिवर्तन, ईश्वर-प्राप्ति और ज्ञान का अनुभव करते हैं। एकम एक पवित्र स्मारकीय स्तंभ-रहित स्थान है जिसे विशेष रूप से ध्यान की सुविधा हेतु 8,000 साधकों को समायोजित करने के लिए तैयार किया गया है। 

उन्होंने अपनी पुत्री के साथ मिलकर "लोका फाउंडेशन" बनाया, जो एक धर्मार्थ संगठन है और एकम के आसपास के 1000 गांवों में बदलाव के लिए कार्यरत है। 

लोका फाउंडेशन की धर्मार्थ गतिविधियों में शामिल हैं:
• 200 से अधिक गांवों में स्वच्छ पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराना इन गांवों की महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य कि देखभाल करना। इसने बच्चों में किडनी की समस्याओं के रोकथाम के कार्य किये हैं और गर्भवती महिलाओं को कई आपदाओं से बचाया है।
• वनों का निर्माण - स्थानीय क्षेत्रों में अग्रणी वनीकरण,
• 1000 गांवों में विशेष रूप से विकलांग लोगों को विशेष चिकित्सा सेवाएं और सुविधाएं मुहैया करना।
• वंचित बच्चों के लिए स्कूली शिक्षा में योगदान। 
• द ब्लेस इंडिया पहल के अंतर्गत भारत में दूसरी कोविड लहर के दौरान कोविड पॉजिटिव लोगों को 45000 से अधिक कोविड सुरक्षा किट प्रदान किया गया। 

भारत और दुनिया के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के 5,00,000 से अधिक छात्र वननेस चेंजमेकर्स में जीवन को रूपांतरित करने की सहज शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं। 

श्री प्रीताजी और श्री कृष्णाजी "एकम वर्ल्ड पीस फेस्टिवल' के प्रणेता हैं - जिसमें 20 मिलियन लोगों ने ऑनलाइन भाग लिया था। 

द एकम वर्ल्ड पीस फेस्टिवल के मेहमानों में भारत से नोबेल शांति पुरस्कार विजेता: कैलाश सत्यार्थी - ,वैज्ञानिक और लेखक  ग्रेग ब्रैडेन ,नॉर्वे के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय विकास मंत्री; एरिक सोलहेम - डॉ जो डिस्पेंज़ा -  लेखक, भौतिक विज्ञानी और तंत्रिका विज्ञानी; न्यूजीलैंड की संसद सदस्य; सुश्री गोलरिज घरमन, महासचिव - Global Alliance for a Sustainable Planet सत्य एस त्रिपाठी,  जैसे नामचीनों ने हिस्सा लिया। 

पिछले दो दशकों में, श्री प्रीताजी ने WME IMG, FIESP, फुडन यूनिवर्सिटी, CEISB, लॉस एंजिल्स में फ्लैगशिप समिट, और सन वैली वेलनेस फेस्टिवल इडाहो, TEDx कैनसस सिटी, TEDx शंघाई जैसे विभिन्न प्लेटफार्मों पर जागरूक विश्व नेताओं की प्रतिष्ठित सभाओं को संबोधित किया है। कैनसस सिटी से उसके TEDx टॉक को 30 लाख से भी अधिक लोगों ने देखा है। 

गोप, मैरी फोर्लो और कम्यून जैसे प्रतिष्ठित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी उनका इंटरव्यू प्रसारित किया जाता रहा है और उन्हें फोर्ब्स, अथॉरिटी और द हफिंगटन पोस्ट सहित कई नामी पत्रिकाओं में कवर किया गया है। 

प्रबुद्ध नेतृत्व की कला सीखने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के कई जाने-माने नेताओं को श्री कृष्णाजी द्वारा मार्गदर्शन दिया गया है। श्री कृष्णाजी ने अशर रेमंड, एंटनी रॉबिंस एरी इमैनुएल, लुईस होवेस, माइक नोवोग्रैट्स, केसी शीहान और इलियट बिस्नो जैसे कई विश्व विख्यात नेताओं को प्रेरणा दी है। उनकी उपस्थिति के कारण ही यह दुनिया और अधिक शांतिपूर्ण है।


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Content Writer

Deepender Thakur

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