हनुमान चालीसा का पाठ करना है तो मोदी और शाह के घर पर जाकर करें , शिवसेना का राणा दंपित्त पर तंज
punjabkesari.in Monday, Apr 25, 2022 - 01:58 PM (IST)
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा विवाद पर शिवसेना ने एक बार फिर से राणा दंपत्ति पर हमला बोला। शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामाना' में लिखा कि भाजपा ने हिंदुत्व के नाम पर जो हंगामा शुरू किया है, उसका समर्थन नहीं किया जा सकता। हिंदुत्व एक संस्कार एवं संस्कृति है, हंगामा नहीं। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में दावा किया कि निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति एवं विधायक रवि राणा ने जो कुछ भी किया उसके पीछे भाजपा का हाथ था।
शिवसेना ने लिखा कि इस राज्य में हनुमान चालीसा का जाप प्रतिबंधित नहीं है लेकिन इसके बावजूद अमरावती सांसद नवनीत राणा और पति विधायक रवि राणा ने मातोश्री के सामने ही इसका जाप क्यों करना चाहा, शिवसेना ने कहा कि अगर वे राष्ट्रीय स्तर पर हनुमान चालीसा का जाप करना चाहते थे, तो सबसे पहले उन्हें मतोश्री के बजाय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर जाकर इसका जाप करना चाहिए था।
गौरतलब है कि राणा दम्पत्ति को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी, जिससे शिवसेना के कार्यकर्ता बेहद आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने दम्पति के आवास के आगे विरोध प्रदर्शन किया था। मराठी दैनिक पत्र में आरोप लगाया गया कि राणा दम्पति शहर का माहौल खराब करना चाहते हैं। सम्पादकीय में कहा गया कि उन्हें यह सब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यालय परिसर में करना चाहिए।
सम्पादकीय में कहा गया कि महाराष्ट्र में हिंदुत्व ठीक चल रहा है, क्योंकि इसका नेतृत्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कर रहे हैं। राज्य में हनुमान चालीसा के पाठ पर कोई रोक नहीं है, लेकिन मातोश्री के बाहर इसे करने की जिद क्यों थी? दैनिक पत्र में कहा गया कि भाजपा द्वारा फैलाई अराजकता का समर्थन नहीं किया जाएगा। हिंदुत्व एक संस्कृति है, अराजकता नहीं।
मुंबई पुलिस ने राणा दंपत्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी और बाद में उसमें राजद्रोह का आरोप भी जोड़ दिया। रविवार को मुंबई की एक अदालत ने राणा दंपति को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इसके बाद रविवार देर रात अमरावती से सांसद नवनीत राणा को भायखला महिला कारावास ले जाया गया था। शिवसेना ने आरोप लगाया कि नवनीत राणा ने अमरावती से लोकसभा चुनाव लड़ते हुए फर्जी जाति प्रमाण पत्र दिया था।
सम्पादकीय में कहा गया कि हनुमान सत्य के मार्ग पर चलने वाले राम के अनुयायी हैं। नवनीत राणा, जिनका आधार खुद झूठ पर बना है, वह हनुमान चालीसा के नाम पर राजनीति कर रही हैं और भाजपा इसका महिमामंडन कर रही है। शिवसेना ने कहा कि अगर भाजपा ऐसे फर्जी लोगों से हनुमान चालीसा का पाठ कराना चाहती है, तो यह भगवान राम और हनुमान का अपमान है।
पार्टी ने दावा किया कि नवनीत राणा ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) जैसी ‘‘धर्मनिरपेक्ष’’ पार्टियों की मदद से 2019 का चुनाव जीता था, लेकिन अब वह भाजपा के खेमे में शामिल हो गई हैं। केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए मराठी दैनिक पत्र में कहा गया कि सभी को एक प्रस्ताव दिया जा रहा है कि ठाकरे सरकार के बारे में कुछ भी बुरा बोलें और केंद्रीय बलों की सुरक्षा पाएं। गौरतलब है कि नवनीत राणा को हाल ही में केंद्र सरकार ने केंद्रीय सशस्त्र कर्मियों से लैस वीआईपी सुरक्षा प्रदान की थी।