शिवसेना गोवा में भविष्य के सभी चुनाव लड़ेगी, आदित्य ठाकरे ने कहा- भाजपा ने पीठ में छुरा घोंपा

punjabkesari.in Saturday, Feb 12, 2022 - 02:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने गोवा विधानसभा चुनाव के लिए डिजिटल घोषणा पत्र जारी कर दिया है। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ दोस्ती के कारण पहले गोवा पर ध्यान केंद्रित नहीं कर सकी, लेकिन भाजपा द्वारा पीठ में छुरा घोंपे जाने के बाद अब शिवसेना ने पंचायत स्तर से लेकर आम चुनाव तक तटीय राज्य में भविष्य के सभी चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि गोवा को शिवसेना की जरूरत है क्योंकि केंद्र और राज्य में सत्ता में होने के बावजूद भाजपा सतत विकास में विफल रही है। उल्लेखनीय है कि 2019 के महाराष्ट्र चुनाव के बाद शिवसेना भाजपा से अलग हो गई थी और उसने वहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) तथा कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई।

शिवसेना ने गोवा में 10 उम्मीदवार उतारे
शिवसेना 14 फरवरी को होने जा रहे गोवा विधानसभा चुनाव में राकांपा के साथ मिलकर लड़ रही है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने इस बार गोवा में 10 उम्मीदवार उतारे हैं। गोवा के दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर के निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला करने के बाद पार्टी ने पणजी सीट से अपने उम्मीदवार शैलेंद्र वेलिंगकर को वापस ले लिया है। भाजपा के टिकट देने से इनकार करने के बाद उत्पल पर्रिकर ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया। ठाकरे ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "भाजपा के साथ दोस्ती के कारण शिवसेना ने अतीत में गोवा पर ध्यान केंद्रित नहीं किया था।

गोवा को शिवसेना की जरूरत
लेकिन राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए, जिसमें भाजपा ने शिवसेना की पीठ में छुरा घोंपा, हमने गोवा में भविष्य के सभी चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हम यहां से पंचायत, विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ेंगे... गोवा को शिवसेना की जरूरत है।" उन्होंने कहा कि गोवा विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रचार अभियान को लेकर अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। ठाकरे ने कहा, "पानी और बिजली की आपूर्ति जैसी समस्याएं अभी भी लोगों के सामने आ रही हैं। अगर ऐसा है, तो हम यह समझने में विफल रहते हैं कि राज्य ने प्रगति की है या नेताओं ने प्रगति की है।" उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसका प्रचार अभियान समाज में विभाजन पैदा करने, नफरत फैलाने पर केंद्रित रहा है और उसके नेताओं ने अप्रासंगिक मुद्दों पर बात की जिसके कारण वास्तविक मुद्दों पर आवश्यक ध्यान नहीं दिया गया।



 


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Content Editor

rajesh kumar

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