फिर भारत के करीब आना चाहता है नेपाल, PM देउबा के नेतृत्व में हो रही कोशिश

punjabkesari.in Sunday, Nov 07, 2021 - 01:13 PM (IST)

काठमांडू: नेपाल और भारत के संबंधों में एक बार फिर से पटरी पर आने की संभावना है।  दरअसल, नेपाल में शेर बहादुर देउबा के प्रधानमंत्री बनने के बाद  सरकार अब भारत के साथ संबंधों को फिर से मजबूती लाने और आपसी विश्वास बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है। दोनों देशों के संबंधों में मुश्किल तब पैदा हुई जब 2015 में नेपाल ने नया संविधान बनाया। इसके कई बिंदुओं को लेकर भारत की असहमति थी। बाद में नेपाल की चीन से बढ़ती नजदीकी ने भी उसके भारत के साथ संबंधों पर असर डाला।

 

हाल ही में ग्लासगो में देउबा भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिले हैं। इस मुलाकात में देउबा ने मोदी को नेपाल यात्रा का निमंत्रण दिया है। मोदी ने देउबा को भी भारत यात्रा का निमंत्रण दिया है। देउबा ने प्रधानमंत्री के रूप में पहली विदेश यात्रा पर भारत आने की परंपरा को कायम रखने का वचन दिया है। इस सबसे दोनों देशों के संबंध फिर से पटरी पर लाए जा रहे हैं।

 

इस साल जुलाई में देउबा के नेपाल का प्रधानमंत्री बनने के बाद   देउबा सरकार ने नई दिल्ली के साथ रिश्तों में आई दूरी को कम करना शुरू किया। देउबा सरकार के अधिकारियों ने कई तरीके से भारत के साथ संबंध बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। नेपाली कांग्रेस के दिसंबर में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन से पहले देउबा ने भारत से सहयोग की अपेक्षा की है। वह नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर फिर से काबिज होना चाहते हैं जिससे प्रधानमंत्री पद पर उनका दावा मजबूत बना रहे।

 

इसी के चलते सांगठनिक सहयोग के लिए पार्टी ने भाजपा के विदेशी मामलों के प्रमुख विजय चौठाईवाले को आमंत्रित किया था। चौठाईवाले 2020 से ही नेपाल के राजनीतिक दलों के लगातार संपर्क में हैं। चौठाईवाले के नेपाल के दौरे के बाद नेपाली कांग्रेस के नेताओं का दल भारत के दौरे पर आया। इस दल ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की।

 

सूत्रों के अनुसार नेपाली कांग्रेस के नेताओं के दौरे के दो उद्देश्य थे, पहला-भाजपा के साथ संबंधों को बेहतर बनाना, दूसरा- संगठन के विस्तार में भाजपा का सहयोग लेना। भाजपा ने दोनों ही कार्यो में सहयोग का आश्वासन दिया है। नेपाल के विदेश मंत्री नारायण खड़का ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान न्यूयार्क में भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर से मुलाकात की थी।


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Content Writer

Tanuja

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