क्या सिर्फ अपनी ही मनवाते हैं PM?, शाह बोले-मोदी जिद से नहीं लेते कोई फैसला, जोखिम जरूर उठाते हैं
punjabkesari.in Sunday, Oct 10, 2021 - 04:07 PM (IST)
नेशनल डेस्क: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन के कई अहम पहलुओं पर चर्चा की। शाह ने कहा कि गुजरात में जब भाजपा की हालत बेहद खराब थी तब नरेंद्र मोदी ही थे जिन्होंने राज्य पार्टी को फिर से खड़ा किया। नरेंद्र मोदी के बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री सत्ता में 20 साल पूरे होने पर अमित शाह ने संसद टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा कि पीएम मोदी कड़े फैसले जरूर लेते हैं लेकिन देश में बदलाव लाना है तो सख्त तो होना ही पड़ेगा।
पीएम मोदी की तानाशाह वाली छवि पर शाह ने कहा कि वे सभी लोगों से विचार-विमर्श करके ही कोई फैसला करते हैं। विपक्ष ने सिर्फ पीएम की छवि खराब करने के लिए यह झूठ फैलाया है कि वह अपनी ही चलाते हैं। शाह ने कहा कि पीएम मोदी जिद से कोई फैसला नहीं करते, लेकिन जोखिम जरूर लेते हैं और विपक्ष झूठ बोलकर उनकी छवि खराब करते हैं।
नहीं देखा कोई मोदी जी जैसा
संसद टीवी को दिए गए इंटरव्यू में गृहमंत्री ने कहा कि मैंनें मोदी जी को नजदीक से काम करते हुए देखा है, मैंने मोदी जी जैसा श्रोता देखा ही नहीं है, किसी भी समस्या के लिए बैठक हो मोदी जी कम से कम बोलते हैं। सब लोगों को धैर्यपूर्वक सुनते हैं और फिर उचित निर्णय लेते हैं। शाह ने कहा कि कई बार तो हमें भी लगता है कि इतना सोच-विचार हो रहा है। वे बहुत धैर्यपूर्वक निर्णय लेते हैं।
तीन तलाक, धारा 370, GST, नोटबंदी ये सब बड़े फैसले सिर्फ @narendramodi जी की दृढ़ इच्छाशक्ति से ही संभव हुए हैं।
— Amit Shah (@AmitShah) October 10, 2021
क्योंकि सत्ता में बने रहना मोदी जी का लक्ष्य नहीं है, उनका लक्ष्य है 'India First', गरीबों व वंचितों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना, देश को पुनः विश्वगुरु बनाना। pic.twitter.com/uJJiy82vvq
केंद्रीय गृह मंत्री ने पीएम मोदी छोटे से छोटे व्यक्ति के सुझाव को गुणवत्ता के आधार पर महत्व देते हैं, व्यक्ति के आधार पर नहीं देते। क्या मोदी अपने फैसले दूसरों पर थोपते हैं के सवाल पर शाह ने कहा कि इसमें रतिभर भी सच नहीं हैं। शाह ने कहा कि जिन लोगों ने मोदी जी के साथ काम किया और उनके आलोचक भी रहे हों, वो भी यही कहेंगे कि इतने लोकतांत्रिक तरीके से कैबिनेट कभी नहीं चलती होगी जितने डेमोक्रेटिक तरीके से मोदी जी चलाते हैं। शाह ने कहा कि मैंने मोदी जी जैसा श्रोता नहीं देखा है।
जोखिम लेकर लेते हैं फैसले
शाह ने कहा कि पीएम मोदी जोखिम लेकर फैसला करते हैं, यह सही है, क्योंकि उनका कहना है कि हम देश बदलने के लिए सरकार में आएं हैं, सरकार चलाने के लिए सरकार में नहीं आए हैं। मोदी जी कहते हैं कि 137 करोड़ की जनता को विश्व में, दुनिया के सब बड़े लोकतंत्र को विश्व में एक सम्मानजनक स्थान पर पहुंचाना है… जोकि पिछले कई सालों से यहां पड़ा है।' हमारा लक्ष्य देश के अंदर परिवर्तन लाना है। शाह ने कहा कि मोदी जी ने जैसे गुजरात के लिए बहुत कुछ किया है वो ऐसे ही देश के लिए बहुत करना चाहते हैं और विपक्ष छवि खराब करने का काम कर रहा है।