राजदूत संधू ने अमेरिकी सीनेटर से भारत की स्वास्थ्य सेवाओं पर की चर्चा, शिक्षा को बताया Indo-US संबंधों का महत्वपूर्ण स्तम्भ

punjabkesari.in Wednesday, Jun 02, 2021 - 11:14 AM (IST)

वॉशिंगटन: अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने अमेरिकी सीनेट के बहुमत वाले नेता चक शूमर के साथ दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की। इस दौरान  राजदूत संधू और  शूमर के बीच  क्वाड, कोविड-19 की वैक्सीन और स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं पर विशेष तौर पर  बातचीत हुई। संधू ने मंगलवार को ट्वीट करके कहा कि सीनेटर शूमर से अच्छी बातचीत हुई है। क्वाड में रणनीतिक साझेदारी को लेकर और वैक्सीन व स्वास्थ्य सेवाओं पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही नए अन्वेषणों और एक साथ मिलकर नई तकनीकों पर काम करेंगे। उन्होंने लंबे समय से जारी भारतीय और अमेरिकी-भारतीय समुदाय के लोगों के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

 

उन्होंने इस दौरान कोविड-19 के भारत में बढ़ने मामलों पर भी चिंता जताई।  शूमर के अलावा अमेरिका के वरिष्ठ सीनेटर बर्नी सैंडर्स, एलिजाबेथ वारेन, कोरी बूकर, क्रिस वान होलन, डिक डर्बन, जान कार्नी, बॉब मेंडेज, एड मार्क आदि ने पिछले कई महीने से भारत का पूरा समर्थन किया है।इस बीच संधू ने  डेविस स्थित ‘यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया' के चांसलर गैरी मे के साथ डिजिटल बैठक के बाद बताया कि शिक्षा भारत एवं अमेरिका की साझेदारी का अहम स्तम्भ है।  उन्होंने कहा कि  कृषि, स्वास्थ्य, डिजिटल एवं जलवायु परिवर्तन के क्षेत्रों में ज्ञान एवं अनुसंधान साझेदारी की बड़ी संभावनाओं के बारे में उनकी चांसलर मे और उनकी टीम से अच्छी बातचीत हुई। संधू ने चांसलर मे के साथ बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘‘शिक्षा भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी का अहम स्तम्भ है।''

 

चांसलर गैरी मे को 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित में छात्रों का मार्गदर्शन करने के लिए ‘प्रेजीडेंट अवार्ड फॉर एक्सीलेंस' से सम्मानित किया था। विज्ञान एवं इंजीनियरिंग के क्षेत्रों में कम प्रतिनिधित्व वाले समूहों की भागीदारी बढ़ाने में असाधारण नेतृत्व के लिए ‘अमेरिकन एसोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ साइंस' ने उन्हें 2021 में प्रतिष्ठित ‘लाइफटाइम मेंटर अवार्ड' से नवाजा।  यह विश्वविद्यालय ऐसे क्षेत्र के बीचोबीच स्थित है, जिसके अमेरिकी सिख समुदाय के साथ ऐतिहासिक संबंध हैं। इस क्षेत्र में पंजाब से आए कई प्रवासी रहते हैं। अमेरिका में सिखों की आधी आबादी कैलिफोर्निया में ही रहती है। पंजाब के प्रवासियों की कहानियों और इतिहास को संरक्षित करने और कैलिफोर्निया राज्य में उनके योगदान को साझा करने के लिए विश्वविद्यालय ने वीडियो, तस्वीरों और अन्य दस्तावेजों का एक संग्रह बनाया है।


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Content Writer

Tanuja

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