पकड़ा गया दुनिया का सबसे शातिर चोर, 500 रुपए के शहद को 50 लाख में बेचता था

punjabkesari.in Friday, Jun 14, 2019 - 12:18 PM (IST)

नई दिल्ली: 500 रुपए के शहद को हर्बल ऑयल बताकर डेढ़ करोड़ की ठगी को अंजाम देने वाले एक नाइजीरियन को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को साइबर प्रिवेंशन अवेयरनेस एंड डिटेक्शन सेंटर (साईपैड) की टीम ने दबोच लिया। आरोपी पिछले 9 माह से बिना किसी वैध दस्तावेज के भारत में रह रहा था। आरोपी ओकेओ प्रैडो खुद को प्रोफेशनल दिखाने के लिए व लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए लिंक्डइन नामक सोशल साइट के जरिए लोगों से संपर्क बनाता था। वह खुद को साउथ अफ्रीका के घाना का कारोबारी बताकर आरोपी सिर्फ  दक्षिण भारतीय लोगों को ही अपना शिकार बनाता था। 

फोलोनिक एसिड के नाम पर लोगों से करता था ठगी
डीसीपी साइबर क्राइम अन्येश रॉय ने बताया कि साइबर क्राइम यूनिट ने हर्बल ऑयल और फोलोनिक एसिड के नाम पर लोगों के साथ ठगी करता था। पुलिस को शिकायतकर्ता ने बताया था कि उससे एक शख्स ने घाना का कारोबारी बनकर मुलाकात की थी और एनिमल वैक्सीनेशन के लिए प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी का प्रतिनिधि बताया था। आरोपी सैंपल के तौर पर  शहद को एक खास तरह का हर्बल ऑयल (तेल) बताया था। लोगों को ठगने के लिए आरोपी ने नॉर्थ ईस्ट के एड्रेस पर एक कंपनी भी खोल ली थी। आरोपी लोगों को कहता था कि वह तेल केवल भारत के नॉर्थ ईस्ट में ही मिलता है। जब कोई शख्स ऑयल खरीदने जाता था, तो आरोपी उसको ऑयल के नाम पर शहद पकड़ा देता था।

ऐसे दिया जाता था ठगी की वारदात को अंजाम
आरोपी अपने शिकार को हर्बल ऑयल की कीमत 50 लाख रुपए प्रति लीटर बताता था। तेल की कीमतों की जानकारी के लिए गूगल सर्च करने पर नॉर्थ ईस्ट वाले एड्रेस पर खोली गई फर्जी कंपनी वह तेल महज 25 लाख रुपए प्रति लीटर के हिसाब से बेचने का दावा करती थी। शिकार को 25 लाख रुपए का फायदा दिखता था और वह तुरंत 25 लाख रुपए में तेल खरीद लेता था। हालांकि जैसे ही वह कंपनी को पैसा देता था, कंपनी और घाना का व्यापारी दोनों गायब हो जाते थे।

पहले भी लगा चुका है करोड़ों का चूना
पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू की तो पता चला कि इस तरह की एक शिकायत पहले भी ही चाणक्यपुरी थाने में दर्ज है। पुलिस ने उस शिकायतकर्ता से संपर्क किया तो पता चला कि उसे भी हर्बल ऑयल में मुनाफे के लालच में डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी का शिकार बनाया गया था। इसके बाद पुलिस ने जांच करके ओकेओ को गिरफ्तार कर लिया। 

इंटरनेट डोंगल से चढ़ा हत्थे
पिछले 9 माह से अवैध रूप से भारत में रह रहा ओकेओ पुलिस से बचने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करता था। जिस डोंगल से इंटरनेट चलाता था, पुलिस ने उसकी मदद से उसे दबोच लिया। एसीपी आदित्य गौतम की देखरेख में एसआई विजेंद्र, एएसआई हरजीत और हेड कांस्टेबल जितेंद्र ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी नौ साल पहले मकांऊ में शुरू हुए ऑयल स्कैम गिरोह का सदस्य है, जो वहां से भाग कर भारत में रह रहा था। 


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Anil dev

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