Kartik maas: 1 महीने तक अपने Lifestyle में लाएं बदलाव, फिर देखें कुदरत का कमाल

punjabkesari.in Saturday, Oct 08, 2022 - 07:40 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

 Kartik Mass Ritual: कार्तिक माह भगवान श्री हरि विष्णु और महालक्ष्मी को बहुत प्यारा है। मान्यता के अनुसार जैसे हिंदू सनातन घरों में गृहलक्ष्मी पति के पहले उठती है वैसे ही मां लक्ष्मी दीवाली से ठीक 14 दिन पहले धरती पर आती हैं। वे सारी पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं और भक्तों पर अपार कृपा बरसाती हैं। विद्वान तो यहां तक कहते हैं 11 महीने के धार्मिक कार्यों का फल 1 महीने यानि कार्तिक मास में प्राप्त किया जा सकता है। हरि नाम, पूजा-पाठ, दान आदि अक्षय पुण्य प्रदान करते हैं। शास्त्र कहते हैं, जिस घर में भगवान विष्णु की पूजा होती है, वहां देवी लक्ष्मी सदा निवास करती हैं। आपको बता दें कि इस महीने में ईश्वर भक्ति को प्रमुख माना गया है। कहा जाता है कि जो भी कार्तिक मास में जप, तप, पूजा, हवन, दान, सेवा जैसे कामों में लगा रहता है। उसके जीवन में सुख-समृद्धि हमेशा बनी रहती है। 1 महीने तक अपने लाइफस्टाइल में बदलाव लाएं और इन नियमों का पालन करें। 

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Kartik maas ka niyam: 1 महीने तक बैंगन, लौकी, राजमा, सोया, उड़द, परमल, सरसों के दाने, मूंग, मसूर, चना, मटर, राई, प्याज, लहसुन आदि नहीं खाना चाहिए। 

अपने और परिवार के जीवन से अंधकार को दूर करने के लिए मंदिर जाएं भगवान की प्रतिमा के आगे, आकाश और तुलसी पर दीपदान करें। संभव हो तो पवित्र नदी या तालाब पर सूर्यास्त के वक्त भी दीपदान करें।

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तुलसी पूजा से बहुत जल्दी श्री हरि की कृपा प्राप्त होने लगती है। ज्योतिष के मुताबिक वैसे तो हर दिन तुलसी का सेवन और पूजन करना बहुत शुभकारी होता है लेकिन कार्तिक में तुलसी पूजा का महत्व हज़ार गुना बढ़ जाता है, इससे विष्णु जी के साथ माता लक्ष्मी भी प्रसन्न हो जाती हैं। 

भूमि पर शयन करें। 

तेल न लगाएं, कार्तिक महीने के 30 दिनों में से केवल एक दिन नरक चतुर्दशी (कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि) के दिन ही शरीर पर तेल लगाना चाहिए, अन्य दिनों में तेल लगाना शास्त्रों में वर्जित माना गया है। 

ब्रह्मचर्य का पालन करें अन्यथा फैमिली लाइफ में समस्याएं बनी रहेंगी।

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Content Writer

Niyati Bhandari

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