Republic Day Parade: आनंद महिंद्रा ने शेयर किया अपनी फेवरेट झांकी का वीडियो, बोले- यह 'गेम चेंजर'
punjabkesari.in Thursday, Jan 27, 2022 - 09:37 AM (IST)
नेशनल डेस्क: बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। वे अक्सर ट्विटर पर फोटो और वीडियो शेयर करते रहते हैं। गणतंत्र दिवस परेड में शामिल एक झांकी की वीडियो आनंद महिंद्रा ने शेयर की और इसे गेम चेंजर बताया। दरअसल महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह के प्रमुख आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया कि बचपन में जब भी गणतंत्र दिवस परेड देखते थे, तो आपस में बातकर सबसे बेहतर झांकी के लिए वोट करते थे। आप लोगों से जानने को इस्छुक है कि इस साल आप किस झांकी को बेस्ट मानते हैं। आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया कि मेरी वाली झांकी अभी निकली है।
This gets my vote for the best float in today’s parade. Because the Jal Jeevan mission is a game-changer in the quality of life for everyone.
— anand mahindra (@anandmahindra) January 26, 2022
At 14K ft high in Ladakh, near the IndoChina border, -20°C temperature, 24X7 tap water for households! https://t.co/VwPRItxlCI pic.twitter.com/gFeLkVF8ri
पोस्ट के कई घंटों के बाद आनंद महिंद्रा ने पसंदीदा झांकी का वीडियो भी शेयर किया। उन्होंने लिखा कि जल शक्ति मंत्रालय की झांकी सबसे बेहतर लगी। साथ में लिखा, मेरा वोट इस झांकी को जाएगा। जल जीवन मिशन सभी के लिए जीवन की गुणवत्ता में गेम-चेंजर है। बता दें कि लद्दाख में 14K फीट की ऊंचाई पर, भारत-चीन सीमा के पास -20°C तापमान, घरों के लिए 24X7 नल का पानी! गणतंत्र दिवस परेड के दौरान जल शक्ति मंत्रालय की झांकी में दर्शाया गया कि कड़ाके की ठंड में भी 13,000 फुट से अधिक ऊंचाई पर स्थित लद्दाख के घरों में जल जीवन मिशन के तहत किस प्रकार नलों से स्वच्छ पानी पहुंचाया जाता है। झांकी में आगे ‘हर घर जल’ योजना की उपलब्धि और ग्रामीण जलापूर्ति की सामूहिक साझेदारी के रूप में पानी की एक बूंद को दर्शाया गया।
झांकी के बीच के हिस्से में अपने घरों, स्कूलों और आंगनवाड़ियों में नल का स्वच्छ जल मिलने के कारण सुखी समुदाय को दिखाया गया है।इसमें दिखाया गया कि कैसे प्रशिक्षित स्थानीय महिलाएं ‘फील्ड टेस्ट किट’ का उपयोग करके पानी की गुणवत्ता का परीक्षण करती हैं। झांकी के सबसे पिछले हिस्से में दिखाया गया कि जब तापमान शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे चला जाता है, जलाशय जम जाते हैं, जलापूर्ति लाइन काम करना बंद कर देती हैं, पाइप फट जाते हैं और सामग्रियों की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित होती है और पशुओं और हेलीकॉप्टरों की मदद से निर्माण सामग्री को पहुंचाया जाता है। इस हिस्से में जमे हुए जलाशयों से पानी लाने में पेश होने वाली तकनीकी चुनौतियों को भी दिखाया गया है।