विदेश से लौटे राहुल गांधी, पार्टी नेताओं के साथ गोवा चुनाव पर की चर्चा
punjabkesari.in Monday, Jan 10, 2022 - 11:24 PM (IST)
नेशनल डेस्कः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी रविवार रात विदेश से लौट आए और सोमवार को गोवा विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति की समीक्षा की। सूत्रों का कहना है कि गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गिरीश चोडानकर और विधायक दल के नेता दिगंबर कामत को संभावित गठबंधन की चर्चा के लिए दिल्ली बुलाया गया है।
Congress leader Rahul Gandhi reached Delhi yesterday night. He held a meeting with party leader KC Venugopal and P Chidambaram regarding Goa Assembly elections today evening: Sources
— ANI (@ANI) January 10, 2022
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सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी नए साल के मौके पर कुछ दिनों के लिए विदेश गए थे और कल देर रात स्वदेश लौट आए। उन्होंने सोमवार शाम कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के साथ बैठक की और गोवा में चुनाव रणनीति और तैयारियों की समीक्षा की। कांग्रेस राज्य में गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन कर चुकी है और कुछ अन्य दलों के साथ भी तालमेल के प्रयास में है। आने वाले दिनों में राहुल गांधी पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मणिपुर को लेकर भी इस तरह की बैठकें कर सकते हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिये 10 फरवरी से लेकर सात मार्च तक सात चरणों में मतदान होगा, वहीं उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में एक ही चरण में 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को मतदान होगा। इन पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव की मतगणना 10 मार्च को होगी।
बता दें कि राहुल गांधी ने सोमवार सुबह ट्वीट कर कहा है कि देश में साजिश के तहत नफरत फैलाने का काम हो रहा है और आने वाले विधानसभा चुनाव में इस नफरत को हराने का सही मौका है। कांग्रेस लगातार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर नफरत फैलाने का आरोप लगाकर उस पर हमला कर रही है। हाल में कांग्रेस ने टेक फॉग एप को लेकर भी सरकार पर जोरदार हमला किया और कहा कि इस एप के माध्यम से देश में नफरत फैलाने का काम किया जा रहा है।
पार्टी ने भी अपने आधिकारिक हैंडल पर ट्वीट कर कहा ‘‘भाजपाई एजेंडा देश के सौहार्द में नफरत का जहर घोल रहा है, भाजपा अपने राजनीतिक लाभ के लिए देश को नफरत और हिंसा में झोंक रही है। भाजपा को देशवासियों के सवालों के जवाब देने होंगे। भाजपाई सोशल मीडिया टेक फॉग पर निर्भर है और इस खतरनाक एप के जरिए भाजपा समाज में नफरत का जहर घोल रही है। टेक फॉग एप नहीं बल्कि भाजपा की प्रोपेगेंडा मशीनरी का हथियार है, जो देश के लिए हानिकारक है।''