सिद्धू की जुबां से निकली ‘गाली’ पर सूबे में राजनीतिक बवाल

punjabkesari.in Friday, Oct 08, 2021 - 09:41 PM (IST)

चंडीगढ़। पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके नवजोत सिद्धू की जुबां से निकली ‘गाली’ पर सूबे में राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है। वीरवार को नवजोत सिद्धू द्वारा लखीमपुर खीरी के लिए शुरू किए मार्च के समय दी गई ‘गाली’ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उनकी शब्दावली से जाहिर होता है कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटवाने के बावजूद सी.एम. का पद न मिलने का मलाल उन्हें अब भी है।


इसी कसक में वह जीरकपुर से शुरू हुए इस मार्च से पहले कहते हैं कि यदि सरदार भगवंत सिंहका बेटा सी.एम. होता तो फिर देखते कि सक्सेस क्या होती है। सिद्धू का इशारा साफ था कि यदि उन्हें सी.एम. बनाया होता तो लखीमपुर मार्च के लिए वह और भीड़ जुटा लेते। दरअसल भगवंत सिंह नवजोत सिद्धू के पिता का नाम है। केबिनेट मंत्री और सिद्धू के खासमखास परगट सिंह जब उन्हें भीड़ की ओर इशारा करके हुजूम दिखाते हैं और कार्यकारी अध्यक्ष सुखविंदर सिंह डैनी भी परगट सिंह की हां में हां मिलाकर इसे सक्सेसफुल करार देते हैं, तब सिद्धू के मन का गुबार इस तरह से बाहर निकला था।

'2022 में कांग्रेस का ही डुबो देगा ये : सिद्धू '

सिद्धू यहीं नहीं रूके, उन्होंने चन्नी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा कि वह 2022 में कांग्रेस का ही डुबो देगा यानी अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जो हार होगी, उसकी वजह चरणजीत सिंह चन्नी होंगे।
इस दौरान जब परगट सिंह उनसे कहते हैं कि मुख्यमंत्री चन्नी दो मिनट में पहुंच रहे हैं तो सिद्धू इस पर भी एकदम से उग्र हो उठते हैं और अपने काफिले को रवानगी का इशारा कर देते हैं। इस पर चन्नी और मोहाली के एस.एस.पी जाम में से निकल कर भागते हुए सिद्धू तक पहुंचते हैं। चन्नी अपने बेटे की शादी में तैयारियों में व्यस्त होने के बावजूद जीरकपुर में सिद्धू के इस मार्च को रवाना करने तो आए लेकिन रास्ते में भारी जाम के कारण वह थोड़ा लेट हो गए थे और मार्च को रवाना करने के बाद वापस लौट गए।

सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही इस वीडियो की हालांकि पंजाब कांग्रेस की तरफ से कोई पुष्टि नहीं की गई है और न ही पंजाब केसरी इसकी पुष्टि करता है।

सिद्धू ने दिखा दिया कि उनके मन एस.सी. मुख्यमंत्री के लिए कितनी इज्जत है 

शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के लिए अपशब्दों का प्रयोग करने पर नवजोत सिद्धू को सीधे निशाने पर ले लिया है। अकाली दल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि सिद्धू की भाषा ने कांग्रेस को बेनकाब कर दिया है। चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के लिए दो मिनट इंतजार करने से इंकार करके नवजोत सिद्धू ने यह दिखाया है कि उनके मन में अनुसूचित जाति समुदाय और मुख्यमंत्री के लिए कितनी इज्जत है। डा. चीमा ने कहा कि इससे साबित होता है कि उन्हें अनुसूचित जाति के सी.एम. चन्नी से कितनी जलन हो रही है। अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को को बताना चाहिए कि उन्होंने अनुसूचित जाति का मुख्यमंत्री बनाकर पंजाबियों को मूर्ख बनाने की कोशिश क्यों की, क्योंकि उन्होंने साथ ही नवजोत सिद्धू पर विश्वास जताया है जो मुख्यमंत्री को कमजोर करने पर तुले हुए हैं।

दलित का मुख्यमंत्री बनना उन्हें हजम नहीं हो रहा :  डॉ. सुभाष

भारतीय जनता पार्टी के महासचिव डॉ. सुभाष शर्मा ने भी कहा है कि सिद्धू द्वारा मुख्यमंत्री के खिलाफ अपशब्दों का सार्वजनिक तौर पर प्रयोग करने से साफ हो गया है कि एक दलित का मुख्यमंत्री बनना उन्हें हजम नहीं हो रहा। सिद्धू की शटदावली से मुख्यमंत्री न बनने की हताशा साफ झलकती है।

 


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News Editor

ashwani

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