पुलिस ने परमबीर सिंह से करीब सात घंटे पूछताछ की, पूर्व पुलिस कमिश्नर ने सभी आरोपों को बताया गलत

punjabkesari.in Friday, Nov 26, 2021 - 12:03 AM (IST)

मुंबईः मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह बृहस्पतिवार को यहां पहुंचने के बाद अपराध शाखा के समक्ष पेश हुए। मुंबई की एक अदालत ने सिंह को जबरन वसूली के मामले में ''भगोड़ा'' घोषित करते हुए उन्हें जांच में शामिल होने का निर्देश भी दिया था। परमबीर सिंह बृहस्पतिवार को मुंबई पुलिस के समक्ष पेश हुए और अपराध शाखा के अधिकारियों ने उनसे करीब सात घंटे तक पूछताछ की। चंडीगढ़ से मुंबई पहुंचे सिंह सरकारी वाहन से सुबह करीब 11 बजे कांदिवली में अपराध शाखा की इकाई-11 के कार्यालय पहुंचे और शाम करीब 6:15 बजे वहां से निकले। सिंह वर्तमान में महाराष्ट्र होम गार्ड के महानिदेशक हैं।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह जबरन वसूली के मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए अपराध शाखा के समक्ष पेश हुए। सिंह के खिलाफ गोरेगांव पुलिस थाने में मामला दर्ज है। अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, '' उन्होंने (सिंह ने) जांच में सहयोग किया और हमारे सभी प्रश्नों का उत्तर दिया। हमने उन्हें नोटिस जारी किया, जिसमें कहा गया है कि जब भी जरूरत होगी, उन्हें पेश होना चाहिए।''

वहीं, सिंह ने बृहस्पतिवार शाम को अपने मालाबार हिल स्थित आधिकारिक आवास के बाहर संवाददाताओं कहा, '' उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार, आज मैं जांच में शामिल हुआ। मैंने जांच में सहयोग किया। मुझे अदालत में पूरा विश्वास है और आगे की सभी प्रक्रियाएं भी अदालत के आदेशानुसार होंगी।''

सिंह के वकील राजेंद्र मोक्षी ने कहा कि आईपीएस अधिकारी अदालत के निर्देशनुसार पेश हुए और जांच में सहयोग किया। उच्चतम न्यायालय ने सिंह को गिरफ्तारी से फिलहाल संरक्षण प्रदान किया है। सिंह महाराष्ट्र में जबरन वसूली के पांच मामलों का सामना कर रहे हैं। गौरतलब है कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर ‘एंटीलिया' के बाहर एक गाड़ी से विस्फोटक मिलने के बाद दर्ज मामले में मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद सिंह को मार्च 2021 में मुंबई पुलिस आयुक्त पद से हटा दिया गया था। इसके बाद सिंह को होम गार्ड्स का महानिदेशक नियुक्त किया था।

सिंह ने महाराष्ट्र के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे जिसे देशमुख ने खारिज किया था। देशमुख बाद में मंत्री पद से हट गए और केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सिंह के आरोपों पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था। परमबीर सिंह आखिरी बार सात अप्रैल को सार्वजनिक तौर पर दिखे थे। वह चार मई को कार्यालय आए और उसके बाद स्वास्थ्य कारणों से छुट्टी पर चले गए थे। पुलिस ने 20 अक्टूबर को बताया कि सिंह का कोई अता-पता नहीं है। हालांकि, सिंह ने बुधवार को समाचार चैनलों को बताया था कि वह चंडीगढ़ में हैं।


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Yaspal

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