#MannKiBaat में बोले PM मोदी बोले, 26 सितंबर बेहद खास दिन...आज World River Day
punjabkesari.in Sunday, Sep 26, 2021 - 11:40 AM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि सितंबर में आज की तारीख में बेहद खास दिन है और लोगों को इसको याद रखना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि यह दिन ऐसा है जो भारत की परम्पराओं से बहुत सुसंगत है। सदियों से जिस परम्पराओं से हम जुड़े हैं उससे जोड़ने वाला है। यह है ‘वर्ल्ड रिवर डे’ (World River Day) यानी ‘विश्व नदी दिवस’। प्रधानमंत्री ने कहा कि "हमारे यहां कहा गया है- “पिबन्ति नद्यः, स्वय-मेव नाम्भः, अर्थात् नदियां अपना जल खुद नहीं पीती, बल्कि परोपकार के लिए देती हैं।
मन की बात के प्रमुख अंश
- हमारे लिए नदियां एक भौतिक वस्तु नहीं है, हमारे लिए नदी एक जीवंत इकाई है, और तभी तो, तभी तो हम, नदियों को माँ कहते हैं।
- आप सब जानते ही हैं – माघ का महीना आता है तो हमारे देश में बहुत लोग पूरे एक महीने मां गंगा या किसी और नदी के किनारे कल्पवास करते हैं। साथियो, जब हम हमारे देश में नदियों की महिमा पर बात कर रहे हैं, तो स्वाभाविक रूप से हर कोई एक प्रश्न उठाएगा और प्रश्न उठाने का हक भी है और इसका जवाब देना ये हमारी जिम्मेवारी भी है।
- कोई भी सवाल पूछेगा कि भई आप नदी के इतने गीत गा रहे हो, नदी को मां कह रहे हो तो ये नदी प्रदूषित क्यों हो जाती है? हमारे शास्त्रों में तो नदियों में जरा-सा प्रदूषण करने को भी गलत बताया गया है।
- मतलब की आज के युग में हम जिसको कहते है ‘Catch the Rain’ वो वही बात है कि जल के एक-एक बिंदु को अपने में समेटना, जल-जीलनी। गुजरात में बारिश की शुरुआत होती है तो गुजरात में जल-जीलनी एकादशी मनाते हैं।
- हम नदियों की सफाई और उन्हें प्रदूषण से मुक्त करने का काम सबके प्रयास और सबके सहयोग से कर ही सकते हैं। ‘नमामि गंगे मिशन’ भी आज आगे बढ़ रहा है तो इसमें सभी लोगों के प्रयास, एक प्रकार से जन-जागृति, जन-आंदोलन, उसकी बहुत बड़ी भूमिका है।
- आजकल एक विशेष E-ऑक्शन, ई-नीलामी चल रही है | ये इलेक्ट्रॉनिक नीलामी उन उपहारों की हो रही है, जो मुझे समय-समय पर लोगों ने दिए हैं | इस नीलामी से जो पैसा आएगा, वो ‘नमामि गंगे’ अभियान के लिये ही समर्पित किया जाता है।
- हमारे आज के नौजवान को ये जरुर जानना चाहिए कि साफ़-सफाई के अभियान ने कैसे आजादी के आन्दोलन को एक निरंतर ऊर्जा दी थी।
- ये महात्मा गांधी ही तो थे, जिन्होंने स्वच्छता को जन-आन्दोलन बनाने का काम किया था। महात्मा गांधी ने स्वच्छता को स्वाधीनता के सपने के साथ जोड़ दिया था। मैं भी फिर से आपको याद दिलाना चाहूंगा कि 2 अक्तूबर, पूज्य बापू की जन्म-जयंती पर हम सब फिर से एक बार एक नया record बनाए।
- दिवाली का त्योहार सामने है, त्योहारों के मौसम के लिए खादी, हैंडलूम, कुटीर उद्योग से जुड़ी आपकी हर खरीदारी ‘Vocal For Local’ इस अभियान को मजबूत करने वाली हो, पुराने सारे record तोड़ने वाली हो।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Related News
Recommended News
‘रबर स्टाम्प राष्ट्रपति’ नहीं बनने और भारत के बहुलवादी चरित्र की रक्षा का संकल्प लें मुर्मू : सिन्हा
