अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में बोले PM मोदी-AMU में नजर आता है मिनी इंडिया, यह देश की धरोहर
punjabkesari.in Tuesday, Dec 22, 2020 - 01:01 PM (IST)
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ‘‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास'' को केंद्र सरकार की नीतियों का मूल आधार बताते हुए कहा कि जो देश का है, वह हर देशवासी का है और उसका लाभ हर देशवासी को मिलना चाहिए। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के शताब्दी समारोह को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस विश्वविद्यालय से निकले छात्र भारत की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने छात्रों से अपील की कि एएमयू के कैंपस में ‘‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत'' की भावना दिनोंदिन मजबूत होती रहे, इसके लिए मिलकर काम करें। इस अवसर को यादगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया और कहा कि यहां आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की समृद्धि के लिए उसका हर स्तर पर विकास होना आवश्यक है। आज देश भी उस मार्ग पर बढ़ रहा है, जहां प्रत्येक नागरिक को बिना किसी भेदभाव के देश में हो रहे विकास का लाभ मिले।
PM मोदी के संबोधन के प्रमुख अंश
- कोरोना संकट के दौरान AMU ने जिस तरह समाज की मदद की वो अभूतर्पूव है। लोगों का मुफ्त टेस्ट कराना, आइसोलेशन वार्ड बनाना, प्लाज्मा बैंक बनाना और पीएम केयर फंड में एक बड़ी राशि का योगदान देना समाज के प्रति आपके दायित्यों को पूरा करने की गंभीरता को दिखाता है।
- मुझे बहुत से लोग बोलते हैं कि AMU कैंपस अपने आप में एक शहर की तरह है। अनेक विभाग, दर्जनों हॉस्टल, हजारों टीचर-छात्रों के बीच एक मिनी इंडिया नजर आता है। यहां एक तरफ उर्दू पढ़ाई जाती है, तो हिंदी भी। अरबी पढ़ाई जाती है तो संस्कृति की शिक्षा भी दी जाती है।
- आज देश जो योजनाएं बना रहा है वो बिना किसी मत मजहब के भेद के हर वर्ग तक पहुंच रही हैं। बिना भेदभाव, 40 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते खुले। बिना भेदभाव, 2 करोड़ से ज्यादा गरीबों को पक्के घर दिए गए। बिना भेदभाव 8 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को गैस मिला।
- हमें समझना होगा कि सियासत सोसाइटी का अहम हिस्सा है। लेकिन सोसाइटी में सियासत के अलावा भी दूसरे मसले हैं। सियासत और सत्ता की सोच से बहुत बड़ा, बहुत व्यापक किसी देश का समाज होता है।
- समाज में वैचारिक मतभेद होते हैं, लेकिन जब बात राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति की हो, तो हर मतभेद किनारे रख देने चाहिए। जब आप सभी युवा साथी इस सोच के साथ आगे बढ़ेंगे तो ऐसी कोई मंजिल नहीं, जो हम हासिल न कर सकें।
- पिछली शतब्दी में मतभेदों के नाम पर बहुत समय पहले ही जाया हो चुका है। अब समय नहीं गंवाना है, सभी को एक लक्ष्य के साथ मिलकर नया भारत, आत्मनिर्भर भारत बनाना है।
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आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर है। जिस सदी को भारत की बताया जा रहा है, उस लक्ष्य की तरफ भारत कैसे आगे बढ़ता है, इसे लेकर सब उत्सुक हैं। इसलिए हम सबका एकनिष्ठ लक्ष्य ये होना चाहिए कि भारत को आत्मनिर्भर कैसे बनाएं।
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Medical education को लेकर भी बहुत काम किया गया है। 6 साल पहले तक देश में सिर्फ 7 एम्स थे। आज देश में 22 एम्स हैं। शिक्षा चाहे Online हो या फिर Offline, सभी तक पहुंचे, बराबरी से पहुंचे, सभी का जीवन बदले, हम इसी लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं।
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सरकार higher education में number of enrollments बढ़ाने और सीटें बढ़ाने के लिए भी लगातार काम कर रही है।
- वर्ष 2014 में हमारे देश में 16 IITs थे। आज 23 IITs हैं।
- वर्ष 2014 में हमारे देश में 9 IIITs थे। आज 25 IIITs हैं।
- वर्ष 2014 में हमारे यहां 13 IIMs थे। आज 20 IIMs हैं।
- एक empower women का हर फैसले में उतना ही योगदान होता है, जितना किसी और का। फिर चाहे बात परिवार को दिशा देने की हो या देश को। मैं देश की अन्य शिक्षा संस्थानों से भी कहूंगा कि ज्यादा से ज्यादा बेटियों को शिक्षा से जोड़ें।
- देश आज उस मार्ग पर बढ़ रहा है जहां मजहब की वजह से कोई पीछे न छूटे, सभी को आगे बढ़ने के समान अवसर मिले, सभी अपने सपने पूरे करें। सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास ये मंत्र मूल आधार है। देश की नीयत और नीतियों में यही संकल्प झलकता है।
PM Shri @narendramodi addresses centenary celebrations of Aligarh Muslim University. https://t.co/CkQ2nyijjl
— BJP (@BJP4India) December 22, 2020
पीएम मोदी के साथ ही केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी इस समारोह में शामिल हुए। बता दें कि 56 साल बाद ऐसा होने जा रहा है जब देश का प्रधानमंत्री AMU के कार्यक्रम को संबोधित करेगा। इससे पहले साल 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री AMU गए थे। लाल बहादुर शास्त्री ने AMU के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था।