PM मोदी ने राम जन्मभूमि का डाक टिकट किया जारी, पहले भी जारी कर चुके हैं राम पर 11 टिकट

punjabkesari.in Wednesday, Aug 05, 2020 - 08:41 PM (IST)

अयोध्याः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर' का शिलान्यास करने के बाद कहा कि राम मंदिर राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रीय भावना का प्रतीक है तथा इससे समूचे अयोध्या क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। अपने संबोधन से पहले प्रधानमंत्री ने मंदिर निर्माण की आधारशिला से संबंधित एक पट्टिका का अनावरण किया और इस मौके पर ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर' से संबंधित विशेष डाक टिकट भी जारी किया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के अंत में ‘सियापति रामचंद्र' का जयकारा लगाया। यादगार के तौर पर जारी किया गया ये डाक टिकट राम जन्मभूमि मंदिर के मौजूदा मॉडल पर बनाया गया है। इससे पहले भी प्रधानमंत्री मोदी भगवान श्री राम पर 11 स्मारक डाक टिकट जारी कर चुके हैं।
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प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में राम जन्मभूमि पूजन के दौरान जो डाक टिकट जारी किया है, उसकी कीमत पांच रुपए है। फिलहाल पांच लाख डाक टिकट छापे जाएंगें। ये डाक टिकट यूपी सरकार द्वारा तैयार कराए गए हैं। पूर्व में भी प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान राम पर 11 डाक टिकट जारी किए थे। इस तरह से देश में श्रीराम पर कुल 12 प्रचलित डाक टिकट मौजूद हैं।
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अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि जिस प्रकार स्वतंत्रता दिवस लाखों बलिदानों और स्वतंत्रता की भावना का प्रतीक है, उसी तरह राम मंदिर का निर्माण कई पीढ़ियों के अखंड तप, त्याग और संकल्प का प्रतीक है। मोदी ने कहा कि यह मंदिर राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रीय भावना का प्रतीक बनेगा तथा करोड़ों लोगों की सामूहिक शक्ति का भी प्रतीक बनेगा। यह आने वाली पीढ़ियों को आस्था और संकल्प की प्रेरणा देता रहेगा। इससे समूचे अयोध्या क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर' का शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री ने एक समारोह को संबोधित किया और इसकी शुरुआत ‘‘सियावर रामचंद्र की जय'' के उद्घोष से की।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने कहा कि यह उद्घोष सिर्फ राम की नगरी में ही नहीं, बल्कि इसकी गूंज पूरे विश्व में सुनाई दे रही है। उन्होंने सभी देशवासियों को और विश्व में फैले करोड़ों राम भक्तों को इस ‘‘पवित्र'' अवसर पर ‘‘कोटि कोटि'' बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि बरसों से टाट और टेंट के नीचे रह रहे ‘‘हमारे रामलला'' के लिए अब एक भव्य मंदिर का निर्माण होगा। उन्होंने कहा, ‘‘टूटना और फिर उठ खड़ा होना, सदियों से चल रहे इस व्यतिक्रम से राम जन्मभूमि आज मुक्त हो गई है।''
 


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Yaspal

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