ओणम के मौके पर PM मोदी और राहुल गांधी ने की लोगों के अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना
punjabkesari.in Monday, Aug 31, 2020 - 10:59 AM (IST)
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को ओणम पर्व की शुभकामनाएं देते हुए सोमवार कहा कि यह एक अनोखा त्योहार है जिसमें समरसता का उत्सव मनाया जाता है। ओणम दक्षिण भारत के राज्य केरल का एक प्रमुख त्योहार है। यह केरल का एक राजकीय पर्व भी है।
Greetings on Onam. This is a unique festival, which celebrates harmony. It is also an occasion to express gratitude to our hardworking farmers. May everyone be blessed with joy and best health. pic.twitter.com/4pjpGRKk6Q
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2020
मोदी ने सोमवार को ट्वीट कर लिखा कि आप सभी को ओणम की शुभकामनाएं। यह एक अनोखा त्योहार है जिसमें समरसता का उत्सव मनाया जाता है। यह एक ऐसा अवसर है जब हम कठिन परिश्रम करने वाले अपने किसानों के प्रति आभार जताते हैं, सभी खुशहाल और सेहतमंद रहे। प्रधानमंत्री ने अपने ट्विटर पर ओणम की बधाई देते हुए एक वीडियो भी साझा किया है।
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को ओणम के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं और इस पर्व के सभी के लिए अच्छा स्वस्थ्य, खुशहाली एवं समृद्धि लाने की कामना है। केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य राहुल ने ट्वीट किया कि सभी को इस त्यौहार की शुभकामनाएं। मैं कामना करता हूं कि ओणम का यह पर्व सभी के लिए अच्छा स्वास्थ्य, खुशहाली और समृद्धि लेकर आए।
इसके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ओणम की बधाई देते हुए ट्वीट किया कि यह त्योहार हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। साथ ही, यह नई फसल के आगमन पर प्रकृति के प्रति कृतज्ञता भाव दर्शाने का अवसर भी है। इस मौके पर हम जरूरतमंद लोगों की सहायता करें और कोविड-19 की रोकथाम के लिए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें। बता दें कि ओणम केरल का एक प्रमुख त्यौहार है जो सितम्बर में राजा महाबली के स्वागत में प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है जो 10 दिनों तक चलता है। उत्सव त्रिक्काकरा (कोच्चि के पास) केरल के एक मात्र वामन मंदिर से प्रारंभ होता है।
बता दें कि ओणम केरल का एक प्रमुख त्यौहार है जो सितम्बर में राजा महाबली के स्वागत में प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है जो 10 दिनों तक चलता है। उत्सव त्रिक्काकरा (कोच्चि के पास) केरल के एक मात्र वामन मंदिर से प्रारंभ होता है।