पारिमपोरा मुठभेड़: उमर, महबूबा ने शव परिजनों को सौंपे जाने की मांग की
punjabkesari.in Monday, Jan 04, 2021 - 09:04 PM (IST)
श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को मांग की कि पिछले हफ्ते पारिमपोरा मुठभेड़ में मारे गए तीन कथित आतंकवादियों के शव उनके परिजनों को सौंपे जाएं। नेताओं ने परिजनों के उनके निर्दोष होने के दावों का जिक्र किया, यद्यपि पुलिस ने कहा कि उन्हें कट्टरपंथियों ने भड़काया था और उनमें से दो के संबंध लश्कर-ए-तैयबा से थे। अब्दुल्ला ने कहा कि मुठभेड़ की निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से जांच होनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, "यह बेहद महत्वपूर्ण है कि इस मुठभेड़ की जांच जल्द पूरी हो। जैसा कि मनोज सिन्हा ने पहले ही वादा किया है, निष्पक्ष और पारदर्शी जांच से ही अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों को संतुष्टि मिलेगी, जिनका दावा है कि वे निर्दोष थे।"
It is very important that the probe in to this encounter be concluded at the earliest. Only a fair & transparent probe, already promised by @manojsinha_ , will satisfy the families who have lost their loved ones who they insist were innocent. https://t.co/9q7sfVdlZs
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) January 4, 2021
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन को शवों को परिजनों को सौंप देना चाहिए। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, "नेशनल कॉन्फ्रेंस के लोकसभा सदस्य मसूदी हसनैन ने जब हाल ही में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की थी तो उन्होंने मुठभेड़ की निष्पक्ष व त्वरित जांच का वादा किया था। अंतरिम तौर पर हमें उम्मीद है कि उपराज्यपाल शवों को उनके परिजनों को सौंपने का आदेश देंगे।" उन्हीं के सुर में सुर मिलाते हुए पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र और केंद्रशासित प्रदेश के प्रशासन को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे जाने वालों के शव नहीं सौंपने की नीति की समीक्षा करनी चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनके कार्यकाल के दौरान उनसे भी मारे गए आतंकियों के शव नहीं लौटाने को कहा गया था।
#Kashmir: Family of Athar Mushtaq, 16-yr -old killed in a purported gunfight last week in Srinagar, demand return of his body.
— Aakash Hassan (@AakashHassan) January 4, 2021
Police said, Athar and two more youth killed with him, were militants. However, families of all the three rebut the claims. pic.twitter.com/ZqpvZMZqf4
उन्होंने कहा, "च्च्मैंने इससे इनकार कर दिया क्योंकि यह मानवता और हमारी धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ है।" उन्होंने दावा किया कि यह भी स्पष्ट नहीं है कि मारे गए लोग क्या आतंकवादी थे। उन्होंने उपराज्यपाल से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, "आप बंदूक के बल पर कब तक शांति लागू करवा पाएंगे? आप यहां लोगों का दिल कैसे जीतेंगे?"
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Recommended News
Recommended News
आर्थिक तंगी होगी दूर, कर लें ये 6 उपाय
कमरे में युवक को इस हाल में देख परिजनों के उड़े होश, मौके पर पहुंची पुलिस
Lok Sabha Election 2024: BJP ने किया प्रभारियों का ऐलान, दिनेश शर्मा महाराष्ट्र तो धनखड़ बने दिल्ली के प्रभारी
कटनी में इलेक्ट्रिक लोको शेड के स्क्रैप में भड़क गई आग ,एनकेजे में मची अफरा तफरी...