अल कायदा के कश्‍मीर में 'जिहाद' वाले बयान के पीछे पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी ISI : सूत्र

punjabkesari.in Thursday, Sep 02, 2021 - 04:57 PM (IST)

नेशनल डेस्क: 31 अगस्त की मध्यरात्रि को अमेरिकी सैनिकों के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद आतंकवादी संगठन अल कायदा ने एक बयान जारी किया है। इसमें उन्होंने इस्लामी भूमि को मुक्त करने के लिए “वैश्विक जिहाद” का आह्वान किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अल कायदा ने अपने इस बयान में पाकिस्तान के इशारे पर कश्मीर को शामिल किया है, जबकि चेचन्या और शिनजियांग को हटाया है।  

पाकिस्तान अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने में लगा
एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया के साथ हुई बातचीत के दौरान कहा कि बयान में कश्मीर को शामिल करना पाकिस्तान का उद्देश्य है न कि तालिबान का। उन्होंने कहा कि बड़ा दिलचस्प है कि कश्मीर बयान में शामिल है जबकि और चेचन्या और झिंजियांग नहीं है। केवल पाकिस्तान आईएसआई ही इस तरह अपने पत्ते खेल सकता है। अभी फिलहाल बयान का विश्लेषण किया जा रहा है लेकिन यह भारत के लिए एक गंभीर कारण है। उन्होंने कहा अल कायदा दुनिया में मुसलमानों को कट्टरपंथी बनाने की कोशिश कर रहा है। यह मानवता के लिए खतरनाक है। पाकिस्तान अपने एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है। 

आईएसआई की हिरासत मे हैं हैबतुल्लाह अखुंदजादा
अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान ने अल कायदा के प्रमुख के रूप में अयमान अल जवाहेरी की मेजबानी और नियंत्रण में अपना हाथ दिखाया था। दिलचस्प बात यह है कि तालिबान के कमांडर हैबतुल्लाह अखुंदजादा भी कथित तौर पर पाकिस्तान की खुफिया आईएसआई की हिरासत में हैं। अधिकारी ने कहा कि एक अन्य पहलू जिसका सरकार गहराई से अध्ययन कर रही है, वह है ईरान में अल कायदा से सहानुभूति रखने वालों और आतंकवादियों के परिवारों की उपस्थिति। संकेत हैं कि उनमें से कई अब अफगानिस्तान लौट आएंगे। हालांकि यह एक शिया बहुल देश है, लेकिन इतिहास ने दिखाया है कि जहां तक ​​सामरिक फायदे का सवाल है तो शिया और सुन्नी दोनों एक साथ काम कर सकते हैं, कम से कम एक-दूसरे के खिलाफ तो नहीं। "

लश्कर और जैश दोनों ही बेखौफ हो गए हैं
इस बीच, अफगानिस्‍तान के घटनाक्रम को लेकर दिल्ली और कश्मीर में लगातार बैठकें हुई हैं जिनमें एलओसी पर घुसपैठ और लॉन्च पैड्स के दोबारा सक्रिय होने की बढ़ती घटनाओं पर चर्चा की गई। घाटी में सामरिक संचालन के प्रभारी एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं, 'लश्कर और जैश दोनों ही बेखौफ हो गए हैं और अधिक से अधिक आतंकवादियों को घाटी में धकेलने के अपने प्रयासों को तेज करने की कोशिश कर रहे हैं। हम लगातार उनके प्रयासों को विफल करने की कोशिश कर रहे हैं।' इस अधिकारी के अनुसार, हमारी एजेंसियों द्वारा इंटरसेप्ट की जा रही बातचीत से संकेत मिलता है कि एलओसी के पार छोड़े गए लॉन्च पैड को फिर से सक्रिय कर दिया गया है। दिल्ली के एक सूत्र ने बताया, "हम इस बात पर कड़ी नजर रख रहे हैं कि तालिबान द्वारा दिए जा रहे सार्वजनिक आश्वासन जमीन पर कैसे काम करते हैं और क्या नया शासन पिछले एक से अलग होगा।"


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Content Editor

rajesh kumar

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