सर्दियों से पहले आतंकी घुसपैठ कराने की फि‍राक में पाकिस्तान, बैट हमले पर बोले भारतीय सेना प्रमुख

punjabkesari.in Thursday, Oct 15, 2020 - 06:51 PM (IST)

नेशनल डेस्कः जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LOC) पर लगातार घुसपैठ की कोशिश की जा रही है। एलओसी पर पाकिस्तान लगातार आतंकियों की घुसैपठ कराने की फिराक में है, हालांकि भारतीय सेना उसके मंसूबों पर पानी फेरने का काम कर रही है। इस बीच जम्मू-कश्मीर दौरे पर पहुंचे सेना प्रमुख जनरल मुकुंद नरवणे ने कहा कि पाकिस्तान सर्दियों की शुरुआत से पहले कई आतंकवादियों को भारत में भेजने की नापाक कोशिश कर रहा है, लेकिन भारतीय सेना के आतंकवाद रोधी ग्रिड ऐसी बोलियों को प्रभावी ढंग से विफल कर रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद-रोधी अभियानों में हालिया सफलताओं पर टिप्पणी करते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि सुरक्षाबलों द्वारा बेअसर किए गए आतंकवादियों की संख्या और नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिशों की संख्या से स्पष्ट है कि पाकिस्तान किसी बड़े मंसूबे को अंजाम देने की फिराक में था। उन्होंने कहा हमारे आतंकवाद-रोधी और घुसपैठ-रोधी ग्रिड गतिशील और बहुत प्रभावी हैं।

17 आतंकवादियों को किया ढेर
सेना प्रमुख जनरल मुकुंद नरवणे ने कहा, 24 सितंबर से 15 अक्टूबर तक पिछले तीन हफ्तों में, कुल 17 आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने ढेर किया है, जिसमें पाकिस्तानी नागरिकों सहित तीन विदेशी आतंकवादी शामिल हैं। 14 अक्टूबर को उत्तरी कश्मीर के सीमांत जिले कुपवाड़ा में सेना के सतर्क जवानों ने पाकिस्तान के बैट हमले को नाकाम कर दिया था। उन्होंने कहा, तंगधार सेक्टर में तीन से चार घुसपैठियों की एलओसी के करीब संदिग्ध हरकत देखने को मिली थी, लेकिन सतर्क जवानों ने हमले को नाकाम कर दिया। पाकिस्तान का यह बैट (बॉर्डर एक्शन टीम) दस्ता हमले को अंजाम देकर आतंकियों को एलओसी के इस पार घुसपैठ करने की फिराक में था। इस घटना के बाद एलओसी पर सतर्कता बढ़ा दी गई है।

पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को किए जा रहे समर्थन पर बोलते हुए सेना प्रमुख ने कहा, वैश्विक वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) इस महीने के अंत में बैठक कर रहा है ताकि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी वित्तपोषण मानदंडों के साथ पाकिस्तान के अनुपालन पर विचार-विमर्श किया जा सके। उन्होंने कहा, नियंत्रण रेखा पर हथियारों की तस्करी को समाप्त करके पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन जारी रख रहा है। ऐसे में उस पर कैसे रोक लगाई जा सकती है इस पर विचार करना बहुत जरूरी है।


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Yaspal

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