आत्मनिर्भर भारत-राजनाथ बोले, 5 सालों में घरेलू उद्योग को मिलेंगे 4 लाख करोड़ के रक्षा उपकरणों के ऑर्डर
punjabkesari.in Thursday, Aug 13, 2020 - 02:39 PM (IST)
नेशनल डेस्क: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि देश रक्षा जरूरतों के लिए विदेशों पर निर्भर नहीं रह सकता इसलिए रक्षा उत्पादन में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए अगले पांच से सात सालों में घरेलू उद्योगों को करीब चार करोड़ रुपए के आडर्र दिए जाएंगे। सिंह ने यहां ‘आत्मनिर्भर भारत सप्ताह' समारोह में वीडियो कांफ्रेन्स के जरिए हिस्सा लेते हुए कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास के लिए सुरक्षा पहली प्राथमिकता होती है। सब जानते हैं जो राष्ट्र स्वयं अपनी सुरक्षा कर सकने में समर्थ हैं, वही वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूत छवि बना पाए हैं।
ऐसे में भारत भी अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए विदेशी सरकारों, विदेशी आपूर्तिकर्ताओं और विदेशी रक्षा उत्पादों पर निर्भर नहीं रह सकता। यह एक मजबूत और‘आत्मनिर्भर भारत'के उद्देश्यों और भावनाओं के अनुकूल नहीं है। उन्होंने कहा कि रक्षा उत्पादन में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 101 आइटम की एक नकारात्मक सूची जारी की है। इन चीजों का आयात नहीं किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय का अनुमान है कि अगले 5 से 7 वर्षों में घरेलू उद्योगों को लगभग चार लाख करोड़ के आडर्र दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह कदम एक तरफ नियंत्रित मूल्य प्रणाली की सीमाओं को दूर करेगा, वहीं दूसरी ओर इससे निगमित प्रबंधन और दक्ष प्रणाली का लाभ मिलेगा।
रक्षा मंत्री ने कहा कि यह घरेलू रक्षा उद्योग और राज्यों की इकाईयों के लिए, एक अभूतपूर्व अवसर है, जो स्वदेशी रक्षा विकास और विनिर्माण में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना चाहती हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि सभी पिछले 6 दिनों से ‘आत्मनिर्भरता' की ओर लगातार कदम बढ़ाते हुए आधुनिकीकरण और ढांचागत सुविधाओं के निर्माण का महत्त्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं। यह सराहनीय है कि आयुध निर्माणियों, बीईएमएल , बीईएल, एचएएल, बीडीएल, एमडीएल आदि उपक्रमों ने आधुनिक स्वदेशी उत्पाद विकसित किए हैं। ये उत्पाद रक्षा क्षेत्र के साथ साथ आवश्यकता पड़ने पर नागरिक समाज को भी अपनी सेवाएं दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि रक्षा उपक्रम और आयुध निर्माणियाँ ‘आत्म निर्भर अभियान' के प्रमुख ड्राइवर होंगे और वे राष्ट्रीय सुरक्षा तथा आत्म निर्भरता में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।