विपक्ष 12 सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग पर अड़ा, राज्यसभा दिन भर रही बाधित

punjabkesari.in Monday, Dec 06, 2021 - 05:13 PM (IST)

नई दिल्लीः राज्यसभा की बैठक अशोभनीय आचरण के कारण निलंबित 12 सदस्यों का निलंबन वापस लिए जाने की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को चार बार के स्थगन के बाद अपराह्न चार बजकर करीब दस मिनट पर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। हंगामे की वजह से आज उच्च सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाया। हंगामा थमते न देख उप सभापति ने चार बज कर करीब दस मिनट पर बैठक दिन भर के लिए स्थगित कर दी।

इससे पहले पूर्वाह्न 11 बजे, विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण बैठक शुरू होने के दस मिनट बाद ही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद सदन में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य मल्लिकार्जुन खड़गे ने नगालैंड में हुई गोलीबारी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि ‘‘यह अत्यंत गंभीर घटना है और गृह मंत्री को इस पर सदन में बयान देना चाहिए।'' सभापति ने कहा कि इस बारे में उनकी गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात हुई है और गृह मंत्री आज दोपहर बाद एक बयान देंगे।

सदन के नेता पीयूष गोयल ने भी बताया कि गृह मंत्री दोपहर बाद एक बयान देंगे। इसके बाद नायडू ने जब शून्यकाल शुरू कराया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बृजलाल को अपना मुद्दा उठाने के लिए कहा, उसी समय तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने कोई मुद्दा उठाना चाहा। सभापति ने उन्हें अनुमति न देते हुए उनसे कहा कि वह सदस्यों को शून्यकाल के तहत अपने मुद्दे उठाने दें। इसी बीच तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी सदस्यों ने अपनी-अपनी मांगों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।

सदन में व्यवस्था बनते न देख सभापति ने 11 बज कर करीब दस मिनट पर बैठक बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी। एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर विपक्षी दलों के सदस्यों ने निलंबित सदस्यों का निलंबन वापस लिए जाने की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। उपसभापति हरिवंश ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपने स्थानों पर जाने की अपील करते हुए सदन में प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल देश के लिए भी महत्वपूर्ण होता है और सदस्यों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब तैयार करने में लाखों रुपये खर्च होते हैं। उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि वह अन्य सदस्यों से उनका हक और मौका ले रहे हैं।

सदन में शोरगुल के बीच ही मंत्रियों ने कुछ पूरक सवालों के जवाब दिए। हंगामे के बीच ही सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि विपक्षी सदस्य लोकतंत्र की बात कर रहे हैं लेकिन यहां हंगामा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में यहां अशोभनीय घटना हुयी और आसन, अधिकारियों तथा महिला मार्शलों के साथ अशोभनीय आचरण किया गया। सदन में शोरगुल नहीं थमता देख उपसभापति ने बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे बैठक शुरू होने सदन में वही नजारा था।

उपसभापति हरिवंश ने कुछ आवश्यक दस्तावेज रखवाने के बाद नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बोलने का अवसर दिया। खड़गे ने निलंबित सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग की। हरिवंश ने कहा कि इस मुद्दे पर सभापति ने नेता सदन और विपक्ष के नेताओं के बीच बातचीत कर कोई रास्ता निकालने के लिए पहले ही कह दिया है। उन्होंने सदस्यों से ‘‘पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में वृद्धि सहित महंगाई के कारण देश में उत्पन्न हालात'' पर नियत अल्पकालिक चर्चा शुरू करने का अनुरोध किया। सदन में व्यवस्था बनते न देख हरिवंश ने बैठक को अपराह्न तीन बजे तक स्थगित कर दिया।

तीन बार के स्थगन के बाद अपराह्न तीन बजे जब पुन: शुरू हुई तो पीठासीन अध्यक्ष सस्मित पात्रा ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य मल्लिकार्जुन खड़गे से ‘‘पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में वृद्धि सहित महंगाई के कारण देश में उत्पन्न हालात'' पर अल्पकालिक चर्चा शुरू करने के लिए कहा। इसी बीच विपक्षी सदस्यों ने निलंबित सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग पर हंगामा शुरू कर दिया।

खड़गे ने कहा कि 12 सदस्यों को निलंबित कर इस तरह सदन चलाना ठीक नहीं है। सदन में मौजूद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा ‘‘चर्चा का विषय विपक्षी सदस्यों ने तय किया था। चर्चा के लिए समय निर्धारित किया गया और आज जब चर्चा होनी है तो वह चर्चा शुरू नहीं कर रहे हैं। बाद में विपक्षी सदस्य आरोप लगाते हैं कि सरकार चर्चा से भाग रही है।'' पात्रा ने फिर से सदस्यों से शांत रहने तथा अपने स्थानों पर लौट जाने की अपील की। उन्होंने खड़गे से कहा कि वह चर्चा शुरू करें। खड़गे ने कहा कि वह चर्चा शुरू करना चाहते हैं लेकिन सदन में व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि सदन में व्यवस्था होना चाहिए।

इस पर सदन के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा ‘‘अब आप कहते हैं कि आप चर्चा शुरू करना चाहते हैं। आप व्यवस्था बनाने की बात कर रहे हैं। आपके सदस्य यहां (आसन के समक्ष) हैं। खड़गे पर तंज करते हुए गोयल ने कहा ‘‘लगता है कि विपक्ष के नेता की अपने सदस्यों पर कोई पकड़ नहीं है। पहले तो उन्होंने चर्चा की मांग की, फिर उन्होंने एक मुद्दा उठाया और अपने सदस्यों को उकसाया। अब चर्चा की बात करते हैं।'' गोयल ने कहा कि पेट्रोल डीजल के दामों में कमी आ चुकी है और कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है इसलिए वह हंगामे की आड़ में अपनी अक्षमता छिपाना चाहती है। पात्रा ने एक बार फिर सदस्यों से शांत रहने और अल्पकालिक चर्चा शुरू करने को कहा। लेकिन हंगामा थमते न देख उन्होंने बैठक चार बजे तक स्थगित कर दी।


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Content Writer

Yaspal

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