जो करे सेवा वो पावे मेवा! करोड़ों रूपए की इकलौती मालकिन ने रिक्शा चालक को सौंपी अपनी सारी संपत्ति

punjabkesari.in Monday, Nov 15, 2021 - 10:24 AM (IST)

कटक: किस्मत की एक आदत है कि वो पलटती जरूर है और जब वो पलटती है तो सब पलट के रख देती है। ऐसा ही कुछ हुआ ओडिशा के एक रिक्शा वाले के साथ। दरअसल, ओडिशा के कटक में एक बुजुर्ग महिला ने अपनी और अपने परिवार की 25 साल की सेवा के लिए अपनी सारी संपत्ति एक रिक्शा चालक के नाम कर दी। 

सुताहाट की 63 साल की मिनाती पटनायक ने अपनी तीन मंजिला घर, सोने के गहने और अपनी सारी संपत्ति रिक्शा चालक बुद्ध समल को दान में दे दी। बुद्ध समल पिछले करीब दो दशकों से इस परिवार की सेवा कर रहा है, जिसका फल उसे इस रूप में मिला।

बता दें कि मिनाती के पति की पिछले साल कि़डनी फेल होने से मौत हो गई थी। इसके बाद मिनाती अपने बेटी कोमल के साथ रह रही थीं। हाल ही में लेकिन कोमल का भी दिल के दौरे से निधन हो गया। इसके बाद मिनाती ने अपनी सारी संपत्ति गरीब रिक्शा चालक के परिवार को सौंपने का फैसला किया। 

मैं अपने पति और बेटी के निधन के बाद बिखर गई थी,मैं पूरी तरह से अकेली थी
एक रिपोर्ट के मुताबिक मिनाती ने बताया कि मैं अपने पति और बेटी के निधन के बाद बिखर गई थी और दुख में जी रही थी। मेरे साथ ये दर्दनाक हादसा होने के बाद भी किसी भी रिश्तेदार ने मेरा साथ नहीं दिया। मैं पूरी तरह से अकेली थी। हालांकि, यह रिक्शा चालक और उसका परिवार मेरे मुश्किल समय में मेरे साथ खड़ा रहा और बदले में कुछ भी उम्मीद किए बिना मेरे स्वास्थ्य का ख्याल रखता रहा।

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मैं हमेशा एक गरीब परिवार को अपनी संपत्ति देना चाहती थी
मिनाती ने कहा कि मेरे रिश्तेदारों के पास पर्याप्त संपत्ति है और मैं हमेशा एक गरीब परिवार को अपनी संपत्ति देना चाहती थी। मैंने बुद्ध और उनके परिवार को कानूनी रूप से सब कुछ दान करने का फैसला किया ताकि मेरी मृत्यु के बाद कोई उन्हें परेशान न करे।

 मैंने अपनी संपत्ति देकर कोई बड़ी सेवा नहीं की, वे इसके लायक हैं
मिनाती के मुताबिक बुद्ध और उसका परिवार पिछले 25 साल से उनके परिवार की सेवा में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि वह मेरी बेटी को रेनशॉ कॉलेज ले जाता था। वह मेरे परिवार का रिक्शा चालक है। उस पर मेरा भरोसा और मेरे और मेरे परिवार के प्रति उसके समर्पण ने उसे ये इनाम दिया है, और मैंने उन्हें अपनी संपत्ति देकर कोई बड़ी सेवा नहीं की। वे इसके लायक हैं।
 
हालांकि, मिनाती की तीन बहनों में से दो ने संपत्ति रिक्शा चालक और उसके परिवार को देने के उसके फैसले पर आपत्ति भी जताई। मिनाती लेकिन अपने फैसले पर अड़ी रहीं।

अपनी मृत्यु तक मां की सेवा करता रहूंगा
रिक्शा चालक बुद्ध के परिवार में माता-पिता समेत उसकी पत्नी समेता दो बेटे और एक बेटी भी है। बुद्ध सामल के अनुसार, जब मां (मिनाती) ने मुझे अपनी संपत्ति दान करने के बारे में बताया तो मैं हैरान रह गया। मैं दो दशकों से अधिक समय से इस परिवार की सेवा कर रहा हूं और अपनी मृत्यु तक मां की सेवा करता रहूंगा।

इतना ही नहीं मिनाती के कहने के बाद बुद्ध ने दो साल पहले ही रिक्शा चलाने का काम छोड़ दिया था और वह चार महीने पहले मिनाती के अनुरोध पर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मिनाती के घर रहने आ गया था।


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Content Writer

Anu Malhotra

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