कोरोना कम नहीं कर सका भारतीय छात्रों का उत्साह, पढ़ाई को लेकर ब्रिटेन जाने के लिए रिकॉर्ड संख्या में आवेदन

punjabkesari.in Friday, Jul 09, 2021 - 11:21 AM (IST)

नेशनल डेस्क: कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के मद्देनजर यात्रा संबंधी बाधाओं के बावजूद ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों में स्नातक करने के लिए आवेदन करने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ब्रिटेन की केंद्रीकृत उच्च शिक्षा आवेदन प्रणाली के बृहस्पतिवार को जारी किए गए नए आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में प्रवेश सेवा (यूसीएएस) ने नए शैक्षणिक वर्ष के लिए आवेदन करने की 30 जून की समय सीमा तक के विश्लेषण में पाया कि पिछले साल 7,640 भारतीय छात्रों ने आवेदन किया था, जबकि इस साल 9,930 भारतीय छात्रों ने आवेदन किया।

ब्रिटेन के 140 से अधिक विश्वविद्यालयों का प्रतिनिधित्व करने वाले यूनीवर्सिटिज यूके इंटरनेशनल की निदेशक विविन स्टर्न ने कहा, ‘‘ पूरे विश्वविद्यालय समुदाय ने इस साल आवेदन में वृद्धि दर्ज की है। ब्रिटेन में अध्ययन के लिए भारतीय छात्रों को योजना बनाते देखना सचमुच में उत्साहजनक है और हम छात्रों का सुरक्षित रूप से स्वागत करने को लेकर आशावादी हैं। '' उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिटिश सरकार की नीति और ब्रिटिश विश्वविद्यालयों के समर्थन का शुक्रिया, जिनके चलते हम छात्रों की संख्या में वृद्धि देख रहे हैं। '' हालांकि, भारत अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए ब्रिटेन की लाल सूची में बना रहेगा।

वैध वीजा के साथ ब्रिटेन आने के लिए किसी भी भारतीय छात्र को आगमन के बाद सरकार से मंजूरी प्राप्त होटल में 10 दिन पृथकवास में रहना होगा। लेकिन ब्रिटेन पहुंचने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय छात्र अपना कोविड-19 टीका राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा से नि:शुल्क ले सकेंगे। यूसीएएस का अनुमान है कि इस साल के अंत में ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों में रिकार्ड संख्या में छात्रों का आवेदन आता दिखना शुरू हो जाएगा। यूसीएएस के मुख्य कार्यकारी क्लेयर मर्चेंट ने कहा, ‘‘विश्वविद्यालय कहीं अधिक संख्या में छात्रों का स्वागत करने के लिए तैयार हैं। '' 


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Content Editor

Hitesh

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