निर्भया गैंगरेप के दोषी विनय शर्मा को तिहाड़ में किया गया शिफ्ट

punjabkesari.in Tuesday, Dec 10, 2019 - 06:27 PM (IST)

नई दिल्लीः दिल्ली के बहुचर्चित निर्भया मामले के दोषियों को जल्द फांसी की मांग के बीच तिहाड़ जेल में पिछले कुछ दिनों से हचलच काफी तेज हो गई है। माना जा रहा है कि निर्भया के दोषी- विनय शर्मा, मुकेश, पवन और अक्षय जल्द ही फांसी के फंदे पर लटकाए जा सकते हैं। इन्हीं अटकलों के बीच मंगलवार को निर्भया गैंगरेप के दोषी विनय शर्मा को दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया है।

PunjabKesari

दोषी विनय शर्मा इससे पहले मंडोली जेल में बंद था। जो बाकी के तीन दोषी हैं वो पहले से ही तिहाड़ जेल में बंद हैं। बता दें कि 2012 में निर्भया कांड के चार दोषियों को फांसी की सजा सुनाई गई थी। हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना के बाद देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार को लेकर लोगों में काफी रोष है। हैदराबाद गैंगरेप के दोषी तो पुलिस एनकाउंटर मारे गए, लोगों की मांग है कि अब निर्भया को भी इंसाफ मिलना चाहिए और उसके दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए।

PunjabKesari

तिहाड़ के पास नहीं जल्लाद
तिहाड़ जेल के पास अपना कोई जल्लाद नहीं है। इस पर जेल प्रशासन का कहना है कि जब भी किसी दोषी को फांसी की सजा देनी होती है, तब उन जेलों से संपर्क किया जाता है जिनके पास अपने जल्लाद होते हैं। जेल प्रशासन के मुताबिक एक दिन के लिए जल्लाद को तिहाड़ लाया जाता है और दोषी को फांसी देने के बाद जल्लाद अपनी तैनाती वाली जेल में वापिस लौट जाते हैं।

PunjabKesari

बक्सर में तैयार हो रहे फांसी के 10 फंदे
दिल्ली निर्भया कांड के आरोपियों को फांसी पर लटकाए जाने की जोर पकड़ती मांग के बीच बिहार के बक्सर केंद्रीय जेल को इस वर्ष 14 दिसंबर तक फांसी के दस फंदे तैयार करने के निर्देश से कयास और अटकलें तेज हो गई हैं लेकिन अभी तक जेल प्रशासन को भी नहीं पता है कि ये फंदे क्यों बनवाए जा रहे हैं। पांच-छह कैदियों की दो-तीन दिन की कड़ी मशक्कत के बाद एक फंदा तैयार होता है। इसे बनाने में 7200 कच्चे धागों का इस्तेमाल किया जाता है। इससे पूर्व संसद हमले के मामले में अफजल गुरु को मौत की सजा देने के लिए इस जेल में तैयार किये गये फांसी के फंदे का इस्तेमाल किया गया था।

PunjabKesari

दोषी विनय शर्मा की दया याचिका खारिज
बीते दिनों ही दोषी विनय शर्मा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से दया याचिका वापस करने के लिए अपील की थी। याचिका वापिस करने पर उसने दलील दी थी कि उस अर्जी में उसने हस्ताक्षर नहीं किए थे। हालांकि इससे पहले केजरीवाल सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से दोषियों की दया याचिका खारिज कर दी गई थी।

PunjabKesari

गौरतलब है कि 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में एक चलती बस में निर्भया से दुष्कर्म के बाद उसे सड़क पर फेंक दिया गया था। पीड़िता का इलाज पहले सफदरजंग अस्पताल में चला, उसके बाद तत्कालीन शीला दीक्षित सरकार ने बेहतर इलाज के लिए उसे विशेष विमान से सिंगापुर भेजा था, जहां वारदात के 13वें दिन उसने दम तोड़ दिया था।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Seema Sharma

Recommended News

Related News