डायबिटीज और अन्य बीमारियों से बचने के लिए करें नियमित व्यायाम:रिपोर्ट

punjabkesari.in Tuesday, Nov 19, 2019 - 12:52 AM (IST)

नई दिल्ली: वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के साथ देश की आबादी के मधुमेह और अन्य पुरानी बीमारियों के बढ़ते प्रसार के जोखिम के मद्देनजर एक नए अध्ययन में शहरों में ऐसा वातावरण बनाने की सिफारिश की गई है जो शारीरिक गतिविधि अथवा व्यायाम को बढ़ावा दे। अध्ययन के मुताबिक निर्मित माहौल आबादी की शारीरिक गतिविधि के स्तर पर जबर्दस्त प्रभाव डालता है, असंख्य चिरकालिक बीमारियों एवं रोगों को विकलांगता बनने से रोकने और जीवनपर्यंत सेहत को ठीक रखने में मददगार होता है। 

PunjabKesari
इसमें कहा गया कि यह वायु प्रदूषण के स्तर, सतह एवं आस-पास के तापमान, कार्बन एवं अन्य जहरीले उत्सर्जनों तथा ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिए गैर नवीकरणीय ऊर्जा की खपत को भी अत्यंत प्रभावित करता है। ये सभी जलवायु परिवर्तन के प्रमुख कारण हैं। ‘बिल्ट इन्वायरन्मेंट फॉर फिजिकल एक्टिविटी - एन अर्बन बैरोमीटर, सर्विलांस एंड मॉनीटरिंग' शीर्षक वाले इस शोध में पैदल चलने वालों की प्राथमिकता एवं उनकी गरिमा पर केंद्रित शहरी एवं नागरिक सुविधाओं, पेड़ों की छांव में बने चौड़े रास्ते, पानी के फव्वारे, बुजुर्गों के लिए थोड़ी-थोड़ी दूरी पर बेंच, 0.5 किलोमीटर के दायरे में हरे-भरे हरित क्षेत्रों या शहरी जंगलों तक पहुंच और स्कूलों में बड़े पेड़ों की छांव में बने खेल के मैदान आदि की जरूरत पर भी जोर दिया गया है।

PunjabKesari
इसके अलावा इसमें कार्य स्थलों पर कसरत के लिए सुविधाएं मुहैया कराने, भवन निर्माण में सीढि़यों या रैंप को प्राथमिकता देना और सार्वजनिक परिवहन की बेहतर सुविधाओं की जरूरत भी बताई गई। यह अध्ययन पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएचएफआई) और सेंटर फॉर क्रोनिक डिजीज कंट्रोल के शोधकर्ताओं ने किया है। यह ‘ओबेसिटी रिव्यूज' पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

shukdev

Recommended News

Related News