चीन के युद्धपोतों पर हिंद महासागर में रखी जाएगी कड़ी नजर, नौसेना खरीदेगी ये खास ड्रोन

punjabkesari.in Friday, Aug 14, 2020 - 10:17 PM (IST)

नेशनल डेस्कः लद्दाख में चीन के साथ पिछले कई महीनों से चल रही तनातनी के मद्देनजर भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर क्षेत्र में अपने युद्धपोतों की संख्या बढ़ाने के बाद निगरानी क्षमताओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तत्काल 10 शिपबर्न ड्रोन की मांग की है। शिपबर्न ड्रोन के जरिए भारतीय नौसेना दुश्मनों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख सकेगी।

सरकारी सूत्रों ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया, "रक्षा मंत्रालय के समक्ष भारतीय नौसेना द्वारा फास्ट ट्रैक मोड में एक प्रस्ताव लाया गया है, जिसके तहत 10 नौसेना शिपबर्न मानवरहित हवाई प्रणाली खरीदने की योजना है।" उन्होंने कहा कि नौसेना की योजनाओं के अनुसार, ड्रोन को बल के बड़े आकार के युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा और उन्हें चीनी और साथ ही भारतीय प्रादेशिक जल में और आसपास के अन्य विरोधियों की गतिविधियों का पता लगाने में मदद मिलेगी।

अमेरिका से सी गार्डियन ड्रोन का अधिग्रहण
योजना के अनुसार, नौसेना को इन ड्रोनों को खुली बोली के माध्यम से हासिल करने और फिर निगरानी और टोही गतिविधियों के लिए अपने युद्धपोतों पर तैनात करने की संभावना है। भारतीय नौसेना संयुक्त राज्य अमेरिका से सी गार्डियन ड्रोन का अधिग्रहण करने के लिए अलग से एक परियोजना पर काम कर रही है, जो देश के क्षेत्रों में अपनी निगरानी को मेडागास्कर से लेकर मलक्का जल डमरू मध्य तक और उससे आगे बढ़ाने के लिए है।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय नौसेना को अपने मौजूदा ड्रोनों को अपग्रेड प्रोग्राम के हिस्से के रूप में अपग्रेड किया जा रहा है। इस अपग्रेड प्रोग्राम के बारे में रक्षा मंत्रालय से भी चर्चा की गई है।

लद्दाख विवाद के बाद हिंद महासागर में युद्धपोत तैनात
जानकारी के लिए बता दें कि पिछले दिनों भारतीय नौसेना ने पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद के मद्देनजर चीन को स्पष्ट संदेश देने के लिए हिंद महासागर क्षेत्र में अग्रिम पंक्तियों के युद्धपोतों तथा पनडुब्बियों को बड़ी संख्या में तैनात किया है। रक्षा सूत्रों ने कहा कि सरकार ने थल सेना, वायु सेना और नौसेना के साथ मिलकर बहुपक्षीय तरीका अपनाते हुए तथा राजनयिक एवं आर्थिक कदमों के साथ चीन को यह कड़ा और स्पष्ट संदेश दिया है कि पूर्वी लद्दाख में उसका दुस्साहस बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है।


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Yaspal

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