सिरसा को पंजाब भेजकर विधानसभा चुनाव में भाजपा खेल सकती है बड़ा दाव

punjabkesari.in Thursday, Dec 02, 2021 - 02:18 PM (IST)

नई दिल्ली: शिरोमणि अकाली दल को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए मनजिंद्र सिंह सिरसा की ‘रिवर्स स्विंग से सभी बोल्ड’ हो गए। सिरसा ने अपने फैसले बारे पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को भी भनक नहीं लगने दी और एक घंटे के भीतर ऐसी छलांग मारी कि हर कोई दंग रह गया। सिरसा के इस कदम से पार्टी के नेता तो हैरान हैं ही, विरोधी दलों के नेताओं को भी समझने का मौका नहीं मिला।

यह सब कुछ इतनी तेजी में हुआ कि कमेटी सदस्यों और पार्टी हाईकमान तक को इसकी भनक नहीं लगी कि सिरसा पार्टी छोडऩे जा रहे हैं। सिरसा ने जब अपना इस्तीफा देने की वीडियो सोशल मीडिया पर डाली तब दावा किया कि विरोधियों द्वारा परेशान करने के कारण गुरुद्वारा कमेटी के रोजाना कामकाज में रुकावट आ रही है, इसलिए वह निजी कारणों से अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं और कमेटी के आंतरिक चुनाव में भी वह भाग नहीं लेंगे। तब तक यही लगा कि सिरसा अकाली दल में ही रहेंगे और दिल्ली की बजाय पंजाब की सियासत करेंगे लेकिन एकाएक भाजपा में शामिल होने के बाद सभी को पता चला कि सिरसा ने जो दाव खेला था उसको उसकी पार्टी के लोग तो क्या विरोधी भी नहीं समझ पाए।

दिल्ली में नगर निगम चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी को सिख चेहरे के रूप में मनजिंद्र सिंह सिरसा का मिलना बड़ी सफलता मानी जा रही है। वहीं दूसरी ओर यह भी माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी सिरसा को पंजाब भेजकर विधानसभा चुनाव में नया दाव खेल सकती है। हालांकि, अभी तक यही आशंका जताई जा रही थी कि भाजपा का गठबंधन कै. अमरेंद्र सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस से होगा, लेकिन अब लगता है कि भाजपा के शीर्ष नेताओं के मन में कुछ और भी चल रहा है, इसलिए पंथक तथा जट सिख चेहरे के तौर पर सिरसा को प्रमुखता से आगे किया गया है।  

भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व सिरसा को ले रहा है हाथों-हाथ
बुधवार की शाम जिस प्रकार मनजिंद्र सिंह सिरसा के भाजपा में शामिल होने पर दो वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान एवं गजेंद्र सिंह शेखावत मौजूद थे और उसके तुरंत बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सिरसा की अगवानी की उससे साफ लग रहा है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व सिरसा को हाथों-हाथ ले रहा है। 

दिल्ली की विरोधी सिख पार्टियों को भी बड़ा झटका
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से मनजिंद्र सिंह सिरसा को हटाने में जोर शोर से लगी शिरोमणि अकाली दल दिल्ली एवं जागो पार्टी को भी आज सिरसा के भाजपा में जाने से बड़ा झटका लगा है। दोनों पार्टियां सिरसा को हटाने के लिए केंद्र सरकार तक से गुहार लगा चुकी हैं लेकिन अब सिरसा ने सिख सियासत के खेल ही बदल दिए। माना जा रहा था कि दिल्ली निगम चुनाव में सिख कोटे के नाम पर दोनों पार्टियों को कुछ टिकटें मिलने की उम्मीद थी। अकाली दल को पहले 8 सीटें निगम चुनाव में मिलती थीं। यह माना जा रहा था कि ये सीटें इस बार इन दोनों पार्टियों को मिल सकती थीं। लेकिन सिरसा के एकाएक भाजपा में शामिल होने के साथ ही इन पार्टियों के लिए भी भाजपा कोटे की सीटें लेना मुश्किल हो गया है।

सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए सिरसा
हाल ही में कंगना रनौत द्वारा सिखों के  बारे में दिए गए विवादित पोस्ट को लेकर सिरसा ने बड़ा स्टैंड लिया था और बाकायदा मीडिया पर आकर कंगना पर कई तंज कसे थे, पर आज जब सिरसा ने भाजपा ज्वाइन कर ली तो सिरसा पर सवाल उठाए गए कि अब कंगना रनौत के साथ सिरसा का कैसा संबंध रहेगा और उनके बयानों को लेकर क्या मनजिन्द्र सिरसा कोई स्टैंड ले पाएंगे? 


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Content Writer

Anil dev

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