गहलोत का मोदी सरकार पर हमला, कहा- देश में अच्छे दिन आएंगे से अच्छे दिन कहां गए की स्थिति आ गई

punjabkesari.in Friday, Apr 08, 2022 - 11:01 AM (IST)

नेशनल डेस्क: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश में बढ़ती महंगाई को लेकर केन्द्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पूर्व में महंगाई पर दिए भाषणों की याद दिलाते हुए कहा है कि उस समय कहा गया था कि अच्छे दिन आएंगे, लेकिन अच्छे दिन आएंगे से अच्छे दिन कहां गए की स्थिति आ गई है।  गहलोत ने आज सोशल मीडिया परमोदी का वर्ष 2013 में दिए भाषण को साझा करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि भाजपा वर्ष 2014 से पहले कहती थी, बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार, लेकिन भाजपा के शासन में पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, सब्जी, तेल, कपड़े, दूध, दवा, मोबाइल- टीवी रिचार्ज, हाईवे का टोल टैक्स सब महंगा हो गया। उन्होंने कहा कि 2013 में मोदी ने भाषण में उस समय की तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार को महंगाई के ऊपर नहीं बोलने पर अहंकारी बताते हुए कहा था कि इस प्रकार महंगाई बढ़ती गई तो गरीब क्या खायेगा, लेकिन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह महंगाई पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है।



मुख्यमंत्री ने कहा कि अब महंगाई बढ़ती ही जा रही है और जनता सरकार से पूछ रही है कि वह अच्छे दिन कहां गए। उन्होंने महंगाई के तुलनात्मक आंकड़े बताते हुए कहा कि पहले गैस का सिलेंडर 450 रुपए का हुआ करता था जो आज 900 रुपए का हो गया है। लेकिन श्री मोदी महंगाई पर बोलने को तैयार नहीं है। देश का कर्ज बढ़ता जा रहा है, मोदीजी के सात साल में ढाई गुना कर्ज बढ़ गया। 2014 में लगभग 57 लाख करोड़ का कर्ज था जो 2022 में ये बढ़कर 136 लाख करोड़ हो गया। बेरोजगारी बढ़ती जा रही है, युवाओं के पास रोजगार नहीं है इसलिए समाज में अपराध भी बढ़ रहे। 

एक साल में पेट्रोल 27, डीजल 25 रुपये महंगा हुआ। दिवाली पर पेट्रोल 5, डीजल 10 रुपये सस्ता किया अब 14 रुपये महंगा कर दिया गया। बेसिक एक्साइज ड्यूटी, स्पेशल एक्साइज ड्यूटी, एडिशनल एक्साइज ड्यूटी से लोगों की जेब लूट रहे। बाबा रामदेव तब कहते थे कि पेट्रोल 40 रुपये प्रति लीटर और गैस सिलेंडर 300 रुपये का होना चाहिए। अब वो कहीं दिखाई नहीं देते हैं। राजस्थान में तो हमने दवाइयां, इलाज सब फ्री कर दिया तो आप लोगों को चिन्ता नहीं है. बाकी राज्यों में लोग दवाएं तक नहीं खरीद पा रहे हैं। श्रीलंका में आज लोगों के पास खाना नहीं क्योंकि वहां भी राष्ट्रवाद और अल्पसंख्यक विरोध के नाम पर ध्यान भटकाया गया। ऐसी ही दिशा में भारत को ले जाने की कोशिश कर रही है मोदी सरकार।  मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा को भरोसा हो गया है कि कितनी भी महंगाई बढ़ जाए पर धार्मिक ध्रुवीकरण से चुनाव जीत लेंगे। उन्होंने कहा कि आप सब तैयारी कर लें, 2023 में राजस्थान में और 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को करारा जवाब देकर राजस्थान से भाजपा का सूपड़ा साफ कर देना है। 

 गहलोत ने मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि देशभक्ति तो हर हिन्दुस्तानी के दिल में है। नेहरू-गांधी परिवार के प्रति देशवासियों का विश्वास भी देशभक्ति के लिए इस गांधी परिवार की ओर से किए गए त्याग के कारण ही मिला है। इतिहास गवाह है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू देश की आजादी के लिए 10 साल से अधिक जेलों में बंद रहे। इन्दिरा गांधी युवावस्था में आजादी की लड़ाई में जेल गई। इन्दिरा गांधी और राजीव गांधी ने अपनी शहादत इस देश के लिए दे दी। 30 साल से गांधी-नेहरू परिवार का कोई व्यक्ति किसी भी संवैधानिक (प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री/मंत्री) पद पर नहीं रहा। गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी ने वर्ष 2004 में प्रधानमंत्री पद का भी त्याग किया। कांग्रेस पार्टी गांधी-नेहरू परिवार के नेतृत्व में विश्वास करती है, प्रधानमंत्री इस पर कटाक्ष करें तो यह प्रधानमंत्री पद की गरिमा के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि वो नेहरूजी का तो अपमान करने का प्रयास करते ही हैं, लेकिन एक प्रधानमंत्री अपने पूर्व प्रधानमंत्रियों की ओर से देश के लिए किए गए योगदान और उनकी शहादत पर एक शब्द नहीं बोलते, पूरा देश जानता है। 


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Content Writer

Anil dev

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