PM मोदी को आखिर क्यों रद्द करनी पड़ी पंजाब में रैली! बड़ा सवाल- यह साजिश या सुरक्षा में चूक?

punjabkesari.in Wednesday, Jan 05, 2022 - 06:11 PM (IST)

नेशनल डेस्क: ‘‘सुरक्षा में गंभीर चूक'' के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब में बुधवार को सड़क मार्ग से जाते समय एक फ्लाईओवर पर 15 से 20 मिनट के लिए उस वक्त फंस गए, जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने रास्ते को अवरुद्ध कर दिया। इसके चलते, प्रधानमंत्री शहीद स्मारक पर एक कार्यक्रम में शामिल हुए बिना लौट गए। घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से इस चूक के लिए जवाबदेही तय करने और कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। अब बड़ा सवाल यह उठता है कि पीएम मोदी के काफिले को पंजाब में रोका जाना यह एक साजिश हैं या सुरक्षा में बड़ी चूक। पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर अब 3 बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। 

ये हैं 3 बड़े सवाल
पहला सवाल: पीएम के रूट्स की जानकारी सिर्फ पंजाब पुलिस को थी तो ये जानकारी किसने लीक की?

दूसरा सवाल: मोदी के रूट्स पर खड़े किसानों को पंजाब पुलिस ने वक्त रहते क्यों नहीं हटाया?

तीसरा सवाल: प्रदर्शनकारी किसान हटने को तैयार नहीं थे तो पीएम नरेंद्र मोदी का रूट्स क्यों नहीं बदला गया?


सुरक्षा चूक के कारण मोदी की पंजाब यात्रा रद्द 
मंत्रालय के बयान के मुताबिक, मोदी बुधवार सुबह पंजाब में बठिंडा पहुंचे, जहां से वह हेलीकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने वाले थे। बारिश और खराब दृश्यता के कारण प्रधानमंत्री ने करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया। बयान के मुताबिक, ‘‘जब मौसम में सुधार नहीं हुआ तो निर्णय लिया गया कि प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाएंगे, जिसमें दो घंटे से अधिक समय लगता। पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) द्वारा आवश्यक सुरक्षा प्रबंधों की आवश्यक पुष्टि के बाद प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से यात्रा के लिए रवाना हुए।'' बयान में कहा गया है, ‘‘हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर, जब प्रधानमंत्री का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो यह पाया गया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया है। प्रधानमंत्री 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे। यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी।''

पंजाब सरकार तय करे इस चूक की जवाबदेही 
 गृह मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और यात्रा की योजना के बारे में पंजाब सरकार को पहले ही जानकारी दे दी गयी थी। प्रक्रिया के अनुसार, उन्हें ‘लॉजिस्टिक्स' व सुरक्षा के साथ-साथ आकस्मिक योजना को तैयार रखते हुए इस सम्बन्ध में आवश्यक व्यवस्था करनी होती है। आकस्मिक योजना को ध्यान में रखते हुए, पंजाब सरकार को सड़क मार्ग से किसी भी यात्रा को सुरक्षित रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात करने चाहिए थे, लेकिन यह बिल्कुल साफ है कि उन्हें तैनात नहीं किया गया था। बयान के मुताबिक इस सुरक्षा चूक के बाद, बठिंडा हवाई अड्डे पर वापस लौटने का निर्णय लिया गया। गृह मंत्रालय ने इस गंभीर सुरक्षा चूक का संज्ञान लेते हुए पंजाब सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पंजाब सरकार को इस चूक की जवाबदेही तय करने और सख्त कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है। पंजाब में नवंबर 2020 से केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे और इन कानूनों को पिछले महीने निरस्त कर दिया गया था। 


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anil dev

Recommended News

Related News