ठाकरे vs एकनाथ शिंदेः महाराष्ट्र के इस गणित से समझिए की उद्धव की कुर्सी रहेगी या जाएगी ...

punjabkesari.in Saturday, Jun 25, 2022 - 11:34 AM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र की राजनीति में गुवाहाटी तक मचे सियासी घमासान के बीच उद्धव ठाकरे की शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट को मात देने के लिए चाल चल चुकी है। इसकी शुरूआत शिवसेना ने कल ही कर दी थी। सूत्र बताते हैं कि 16 बागी विधायकों के खिलाफ डिप्टी स्पीकर के पास अयोग्य घोषित करने की मांग हो चुकी है। शिवसेना का इस पर तर्क है कि पार्टी बैठक में इन विधायकों ने हिस्सा नहीं लिया, जबकि जारी व्हिप के मुताबिक शिवसेना के सभी विधायकों को बैठक में शामिल होना जरूरी था। इस दाव से शिवसेना शिंदे गुट को मात दे सकती है। कैसे, आइए जानते हैं। 

पूरा गणित...
महाराष्ट्र की राजनीति में पल-पल समीकरण बदल रहे हैं।  इस वक्त शिंदे गुट के पास कई विधायक हैं, जबकि शिवसेना के पार्टी प्रवक्ता और कद्दावर नेता संजय राऊत अपने खेमे में 16 विधायकों की बात कह चुके हैं। इस बीच महा विकास अघाड़ी सरकार और शिवसेना की सत्ता बचाने के लिए उद्धव ठाकरे बड़ा खेल करने वाले हैं। बीते रोज शिवसेना ने डिप्टी स्पीकर को 12 पार्टी विधायकों के खिलाफ अयोग्य घोषित करने की मांग की थी, जिसकी संख्या बढ़कर अब 16 हो गई है।डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल को पत्र भेजा जा चुका है। अगर शिवसेना इस प्रस्ताव को पास करवा देती है तो इससे शिंदे गुट को मात मिल जाएगी। ठाकरे सरकार बचाने में कामयाब हो जाएंगे। 

क्या होगा गणित
एंटी डिफैक्शन लॉ (दल-बदल कानून) के जरिए शिवसेना 16 बागी विधायकों के खिलाफ एक्शन लेने की मांग कर रही है। अगर ऐसा हो जाता है तो शिंदे गुट के पास सिर्फ 22 विधायक ही योग्य रह पाएंगे। हालांकि इससे शिवसेना को भी नुक्सान होगा। शिवसेना के पास 55 में से 16 विधायकों के अयोग्य घोषित होने से 39 विधायक योग्य रहेंगे। ऐसे में 39 विधायकों के दो तिहाई सदस्य के हिसाब से शिंदे गुट को 27 विधायकों की जरूरत होगी नहीं तो 22 विधायकों के साथ उन पर दल-बदल कानून लगेगा।


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Content Writer

Anil dev

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