Farmer protest: जब लगा था खत्म हो जाएगा किसान आंदोलन, इस नेता ने इमोशनल कार्ड खेल पलट दी थी सारी बाजी

punjabkesari.in Friday, Nov 19, 2021 - 10:58 AM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रकाश पर्व के मौके पर राष्‍ट्र के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करके हर किसी को हैरान कर दिया। उन्‍होंने अपने संबोधन में आंदोलन खत्‍म कर किसानों को घर लौटने की अपील की है। वहीं एक 26 जनवरी को लाल किले पर हुई ट्रैक्टर परेड और हिंसा के बाद आंदोलन लगभग खत्म होने की कगार पर था। गाजियाबाद प्रशासन ने प्रदर्शनकारी किसानों को गुरुवार आधी रात तक यूपी गेट खाली करने का अल्टीमेटम दिया था।

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बॉर्डर पर डटे किसान पीछे हटने को तैयार भी हो गए थे लेकिन तभी किसान नेता राकेश टिकैत ने इमोशनल कार्ड खेल दिया और एक बार फिर से बॉर्डर पर बडी संख्या में लोग जुटने लगे। राकेश टिकैत अपनी मांग पर अड़े रहे और कहा कि वह आत्महत्या कर लेंगे लेकिन आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। दिल्ली की सीमा से लगे यूपी गेट पर टकराव की स्थिति के बीच भारी संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। वहीं टिकैत के गांव में रात को पंचायत हुई। आज भी किसान आंदोलन पर महापंचायत होगी। 

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गाजीपुर बॉर्डर पर फिर जुटने लगी भीड़
गाजियाबाद प्रशासन के अल्टीमेट के बाद तमाम प्रदर्शनकारी किसान अपना बोरिया बिस्तर समेटने भी लगे थे कि तभी प्रेस कॉन्फ्रेंस में राकेश टिकैत रो पड़े। फिर क्या था टिकैत के आंसुओं ने आंदोलन की हवा फिर से बदल दी। अटकलें थीं कि राकेश टिकैत सरेंडर करने जा रहे हैं या फिर उनकी गिरफ्तारी होने वाली है। राकेश टिकैत आंदोलन जारी रखने पर अड़ गए। कहा कि यहीं पर खुदकुशी कर लूंगा। उन्होंने किसानों से गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने की भावुक अपील की। फिर क्या था, आधी रात को ही पश्चिमी यूपी के तमाम हिस्सों से किसानों के समूह गाजीपुर बॉर्डर की तरफ बढ़ने लगे। जहां धरना खत्म होने की अटकलें लग रही थीं वहां रात में ही भीड़ जुटने लगी।

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अपनी जान को खतरा होने का दावा करते हुए टिकैत ने यह भी आरोप लगाया कि प्रदर्शन स्थल पर सशस्त्र गुंडों को भेजा गया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सशस्त्र गुंडों को विरोध स्थल पर भेजा गया था। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की प्राथमिकी में नामजद नेताओं में से एक टिकैत ने कहा कि लाल किले की घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके संगठन ने गणतंत्र दिवस पर लाल किले में हुई घटना में शामिल दीप सिद्धू का सामाजिक बहिष्कार कर दिया है। 

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Content Writer

Anil dev

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