Assembly Election 2022: विधानसभा चुनाव में सोशल मीडिया बनेगा बड़ा हथियार, वोटरों तक पहुंचने का बन रहा जरिया

punjabkesari.in Monday, Jan 10, 2022 - 02:10 PM (IST)

नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने यूपी सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारिखों का ऐलान कर दिया। कोरोना को देखते हुए कई गाइडलाइन के साथ चुनाव संपन्न कराने की योजना बनाई गई है। इसी के चलते चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों की रैलियों और प्रचार पर रोक लगा दी है। सिर्फ और सिर्फ वर्चुअल तरह से जनता तक पहुंचने की अनुमती दी है। चुनाव आयोग के इस ऐलान के बाद डिजीटल दुनिया में अलग तरह की सरगरमी शुरु हो गई है। हाल के सालों में डिजिटल माध्यम के ज़रिए प्रचार चुनावी अभियानों का अहम हिस्सा बना है। पार्टियां डिजिटल दुनिया में अपनी स्थिति को मज़बूत कर रही हैं और कई पार्टियों ने अपने विशेष आईटी सेल भी बनाए हैं। 

जहां तक डिजिटल प्रचार और वर्चुअल रैलियों का सवाल है, राजनीतिक दल भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा व अन्य छोटे दलों की उपस्थिति सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों में बहुत मज़बूत है। सभी राजनीतिक दलों के सोशल मीडिया साइट्स फेसबुक, ट्वीटर, कू, यूट्यूब, वाट्सएप व अन्य साइट पर अधिकारिक अकाउंट व पेज बने है। इसके अलावा पार्टी के बड़े नेता से लेकर मंत्री, विधायक, सांसद व कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर एक्टिव है।   

यूपी चुनाव में जमकर होगा सोशल मीडिया का इस्तेमाल
चुनाव आयोग के ऐलान के बाद इस बार यूपी के चुनावों में सोशल मीडिया का इस्तेमाल जमकर होने वाला है। क्यों कि जनता से जुड़ने का यही एक माध्यम पार्टियों के पास बचा है। 2014 तक सोशल मीडिया पर बीजेपी का लगभग पूरा दबदबा था। बाद में फिर कांग्रेस सहित तमाम क्षेत्रीय दल भी सोशल मीडिया का संगठित तरीके से इस्तेमाल करने लगे। इस तरह असली चुनौती शुरू हुई। सोशल मीडिया बस राजनीतिक विरोध करने के लिए आरोप लगाने का ही अड्डा नहीं रहा, बल्कि फोटोशॉप, छेड़छाड़ वाले विडियो और गलत तथ्य वाले मेसेज भी खूब आने लगे। 

डिजिटल जंग में कौन कितने पानी में तमाम राजनीतिक पार्टियों ने कू पर बनाया अकाउंट
जानकारी के मुताबिक माइक्रो- ब्लॉगिंग ऐप कू पर देश की तमाम बड़ी राजनीतिक पार्टियों ने अपने अकाउंट बनाए है। ऐप पर बीजेपी के अलावा कांग्रेस पार्टी, एनसीपी, शिव सेना, भीम आर्मी, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और जदयू से जुड़े नेताओं ने भी अपना सोशल मीडिया अकाउंट बनाया है। कू पर यूजर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। जानकारी के मुताबिक अब तक कू ऐप पर लगभग एक करोड़ यूजर्स हैं। इसका मतलब साफ है कि आने वाले दिनों में कू पर यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ेगी।

जानें- ट्वीटर पर किस दल के कितने फालोअर्स
उत्‍तर प्रदेश चुनाव के इस डिजिटल महाभारत में कौन कितने पानी में इसका अंदाजा संबंधित पार्टियों के सोशल मीडिया हैंडल्‍स को देखकर पता चल जाएगा। भारतीय जनता पार्टी यूपी के ट्विटर हैंडल (@bjp4up) को 2.9 मिलियन लोग फॉलो करते हैं। वहीं यूपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल (INCUttarPradesh) को 461K लोग फॉलो करते हैं। वहीं समाजवादी पार्टी के अधिकारिक हैंडल (samajwadiparty) को 2.8 मिल‍ियन और बहुजन समाज पार्टी के ट्विटर हैंडल (@bspindia) के फॉलोअर्स की संख्‍या 24.4 K है। वहीं फेसबुक पर बीजेपी यूपी के पेज को 5,076,111, समाजवादी पार्टी के पेज को 3,213,458, कांग्रेस यूपी के पेज को 605,425 लोग फॉलो करते हैं। 

वाट्सएप और यू-ट्यूब के जरिए लोगों तक पहुंचने की कोशिश
चुनाव से पहले ही तमाम राजनीतिक दल बूथ लेवल से लेकर विधानसभा स्तर, राज्य स्तर लेकर राष्ट्रीय स्तर पर वाट्सएप पर ग्रुप बनाकर लोगों को कनेक्ट किए हुए है। राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर बना प्लान बूथ लेवल पर पहुंचाने के लिए वाट्सएप का सहारा लिया जाता है। इसके अलावा यू-ट्यूब पर भी सभी राजनीतिक दलों के चैनल के अलावा भारी संख्या में सपोर्टस भी पार्टी के पक्ष में वीडियो अपलोड कर माहौल बना रहे है। साथ ही पार्टियों के कैंपेन को ट्रेंड कराने में लगे रहते है।

आंकड़ों के मुताबिक भारत में औसतन हर नागरिक हफ्ते में 17 घंटे सोशल मीडिया पर बिताता है। आलम ये है कि सोशल मीडिया इस्तेमाल के मामले में भारतीयों ने चीन और अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया है। भारत में कुल 56 करोड़ इंटरनेट सब्सक्राइबर हैं। इनमें युवाओं की तादाद सबसे ज्यादा है और उन युवाओं में ज्यादातर पहली बार वोट करने वाले नागरिक भी रहे हैं।


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Content Writer

Anil dev

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