क्या संजय राउत की ED हिरासत बीजेपी का रचा हुआ षड्यंत्र?

punjabkesari.in Monday, Aug 01, 2022 - 11:39 AM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई की एक चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन के मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी से पहले ईडी ने राउत के आवास पर करीब नौ घंटे तक छापेमारी की, जिसमें 11.5 लाख रुपये नकद जब्त किए गए। 60 वर्षीय राउत को दक्षिण मुंबई के बेलार्ड एस्टेट में ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में छह घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद रविवार आधी रात के बाद गिरफ्तार किया गया। 

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के विश्वसनीय सहयोगियों में से एक राउत का भाषण और लेखन दोनों ही फायर ब्रांड है। लेकिन 2019 में शिवसेना ने बीजेपी BJP पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। तबसे संजय राउत बीजेपी की आंख की किरकिरी बने हुए हैं। राउत के बढ़ते राजनीतिक ग्राफ ने उन्हें बीजेपी और शिवसेना के बागी नेताओं की आंख की किरकिरी बना दिया था। एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना में उद्धव ठाकरे के कमजोर होते ही राउत पर कार्रवाई तय मानी जा रही थी। 

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता एवं राज्यसभा सदस्य राउत को बाद में मुंबई में एक विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया जाएगा, जहां प्रवर्तन निदेशालय उनकी हिरासत का अनुरोध करेगा। एजेंसी का एक दल रविवार को मुंबई के भांडुप इलाके में उनके आवास पर पहुंचा था, जहां उन्होंने तलाशी ली, राउत से पूछताछ की और शाम तक उन्हें एजेंसी के स्थानीय कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया। अधिकारियों ने बताया कि तलाशी के दौरान दल ने 11.5 लाख रुपये नकद भी जब्त किए। ईडी कार्यालय में प्रवेश करने से पहले राउत ने संवाददाताओं से कहा कि संघीय एजेंसी की कार्रवाई का उद्देश्य शिवसेना और महाराष्ट्र को कमजोर करना था तथा उनके खिलाफ एक ‘‘झूठा'' मामला तैयार किया गया था। 

ईडी की जांच पात्रा ‘चॉल' के पुनर्विकास और उनकी पत्नी एवं कथित सहयोगियों की संलिप्तता वाले वित्तीय संपत्ति लेनदेन में अनियमितताओं के आरोपों से संबंधित है। अप्रैल में ईडी ने इस जांच के तहत उनकी पत्नी वर्षा राउत और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया। कुर्क की गई संपत्ति में संजय राउत के सहयोगी और ‘गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड' के पूर्व निदेशक प्रवीण एम. राउत की पालघर, सफले (पालघर में शहर) और पड़घा (ठाणे जिले में) में स्थित जमीन शामिल है। ईडी ने कहा था कि इन संपत्ति में मुंबई के उपनगर दादर में वर्षा राउत का एक फ्लैट और अलीबाग में किहिम बीच पर आठ भूखंड हैं जो संयुक्त रूप से वर्षा राउत और संजय राउत के करीबी सहयोगी सुजीत पाटकर की पत्नी स्वप्ना पाटकर के हैं। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anil dev

Recommended News

Related News